पीपीपी मोड पर स्वास्थ्य सेवाओं का सच खंगालेगी जांच कमेटी

प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर नागरिकों को सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का सच खंगालने के लिए राज्य सरकार ने जांच कमेटी का गठन किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 08:23 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:23 PM (IST)
पीपीपी मोड पर स्वास्थ्य सेवाओं का सच खंगालेगी जांच कमेटी
पीपीपी मोड पर स्वास्थ्य सेवाओं का सच खंगालेगी जांच कमेटी

जागरण संवाददाता, अंबाला :

प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर नागरिकों को सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का सच खंगालने के लिए राज्य सरकार ने जांच कमेटी का गठन किया है। कमेटी के अध्यक्ष राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एमडी प्रभजोत सिंह को बनाया गया है। टीम में एडीजीएचएस डा. वीके बंसल और डीएचएस डा. बीके राजोरा को भी शामिल किया गया है। पंचकूला के सरकारी अस्पताल की जांच में बड़ी गड़बड़ी मिलने के बाद अब राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में औचक निरीक्षण करके पीपीपी मोड पर नागरिकों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं का सच खंगालने में जुट गई है। इलाज करा चुके मरीजों का ब्योरा तलब

नागरिक अस्पताल छावनी के कैथ लैब हार्ट सेंटर, डायलसिस सेंटर में पिछले छह महीने में कितने मरीजों का पंजीकरण हुआ और क्या क्या इलाज किया गया। साथ ही अगर एनजीयोग्राफी अथवा स्टंट डाला गया है तो उसकी भी जानकारी मांगी गई है। कैथ लैब के संचालक को एक सप्ताह के भीतर सभी सूचनाएं पंचकूला मुख्यालय के संबंधित अधिकारी को देनी है।

मरीजों से सीधे जानकारी हासिल करेगी टीम

पीपीपी मोड पर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले चुके मरीजों और उनके तीमारदारों से सीधे स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय से टेलीकालिग करके फीड बैक लिया जाएगा। इसमें इलाज में कितने खर्च हुए और क्या क्या इलाज किया है इसकी भी जानकारी मुख्यालय की टीम टेलीफोन के माध्यम से हासिल करेगी।

स्टाफ की संख्या और वेतन की मांगी जानकारी

अंबाला छावनी के हार्ट सेंटर, डायलसिस, सीटी स्कैन और एमआरआई व शहर के नागरिक अस्पताल में सीटी स्कैन सेवा में कार्य करने वाले स्टाफ की संख्या और वेतन संबंधी जानकारी भी मुख्यालय के अधिकारियों ने मांगी है। अब किस सेंटर पर कितने स्टाफ प्रत्येक शिफ्ट में मरीजों का इलाज से लेकर जांच कर रहे है, यह भी बताना होगा।

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