अंबाला में चौक-चौराहों की बत्तियां बंद

अग्रसेन चौक दिन शनिवार समय 11 बजकर 53 मिनट। यहां ट्रैफिक लाइट बंद पड़ी हैं। वाहन चालक मनमर्जी से वाहनों को दौड़ा रहे हैं। इन्हें न तो कोई ट्रैफिक कर्मी संभाल रहा है और न ही इसे संभालने के लिए कोई अन्य व्यवस्था है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:45 AM (IST)
अंबाला में चौक-चौराहों की बत्तियां बंद
अंबाला में चौक-चौराहों की बत्तियां बंद

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अग्रसेन चौक, दिन शनिवार, समय 11 बजकर 53 मिनट। यहां ट्रैफिक लाइट बंद पड़ी हैं। वाहन चालक मनमर्जी से वाहनों को दौड़ा रहे हैं। इन्हें न तो कोई ट्रैफिक कर्मी संभाल रहा है और न ही इसे संभालने के लिए कोई अन्य व्यवस्था है। जबकि यहां से पांच तरफ सड़क पहुंच रही है। जिसके चलते हादसा होने का भय बना रहता है।

अग्रसेन चौक पर लाखों रुपये खर्च करके सुंदर बनाया गया था। जिसमें फव्वारा सिस्टम लगाया गया था और लेकिन अब यह बंद रहता है। ऐसे में छोटे बच्चे फव्वारा के खड़े पानी में नहाकर अपनी गर्मी दूर करते हैं। इसके अलावा बड़ी लाइट भी नहीं जग रही। इसी तरह चौक पर यातायात को दुरूस्त करने के लिए ट्रैफिक लाइट लगायी गई थी। चौक से चार प्रमुख सड़कें अलग-अलग जाती हैं और एक अलग से रोडवेज की ओर सड़क निकलती है। हालांकि सभी चारों दिशाओं में नहीं जाती। इस कारण यहां पर एक एक ट्रैफिक लाइट से काम नहीं चल सकता। अलग-अलग रोड पर अलग से लगानी पड़ी। यातायात को दुरूस्त करने के लिए बत्तियां लगा भी दी गई थी। जिनका लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं किया जा सका। खराब होने के बाद इन्हें दोबारा ठीक तक नहीं करवाया गया।

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कमल ने बताया कि चौक पर ट्रैफिक लाइट लगायी गई थी। लेकिन यह पिछले काफी समय से खराब हैं। जिस कारण यह बंद रहती हैं और वाहन चालक अपने हिसाब से चौक से निकलते हैं। जबकि लाइट चलती तो ज्यादा अच्छा था। लेकिन यहां पर बत्तियों का सिस्टम पूरी तरह से सफल नहीं हो रहा।

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आशु ने बताया कि चौक पर काफी कीमती फव्वारा लगाया गया था। यह कुछ दिन तो अच्छा चला, जिसे देखने के लिए लोग कुछ समय तक ठहर जाते थे। परंतु अब काफी लंबे समय से फव्वारा सिर्फ ढांचा बनकर रह गया है। वहीं यहां रोशनी के लिए बड़ी लाइटें लगायी गई। वह भी बंद रहती हैं।

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