घर पर मरीज को ऑक्सीजन चाहिए तो खाली सिलेंडर का करें इंतजाम, उधर प्रशासन कर रहा जब्त
जागरण संवाददाता अंबाला इन दिनों कोविड 19 के मरीज जिनको घर पर ऑक्सीजन की जरूरत है उ
जागरण संवाददाता, अंबाला : इन दिनों कोविड 19 के मरीज जिनको घर पर ऑक्सीजन की जरूरत है, उनके लिए विकट समस्या खड़ी होती दिखाई दे रही है। ऐसे मरीजों के लिए डोर-टू-डोर ऑक्सीजन रीफिलिग सिस्टम शुरू किया गया है। लेकिन परिस्थितियां ऐसी बन रही हैं कि ऐसे मरीजों के तीमारदार खाली सिलेंडर के लिए भटक रहे हैं। दूसरी ओर मार्केट में जहां भी खाली सिलेंडर के स्टॉक की सूचना मिल रही है, प्रशासन उसे जब्त कर रहा है। अब मरीज के तीमारदारों को मार्केट से खाली सिलेंडर मिल नहीं रहे हैं। जिला स्तर पर नोडल ऑफिसर तो तैनात कर दिए हैं, लेकिन वे भी ऑनलाइन आवेदन की सलाह दे रहे हैं।
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ऑनलाइन आवेदन की यह है प्रक्रिया और शर्त
ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। साइट पर जाते ही जिला सिलेक्ट करना होगा, एड्रेस, एसपीओ 2 (ऑक्सीजन लेवल), सिलेंडर छोटा चाहिए या बड़ा, मरीज का नाम, मरीज का आधार कार्ड नंबर, संपर्क किए जाने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर देना होगा। इसके साथ ही मरीज की फोटो ऑक्सीमीटर के साथ, जिसमें एसपीओ2 लेवल (5 एमबी से कम) तथा डाक्टर की प्रिस्क्रिप्शन का कागजात अपलोड करना होगा। यह सब जानकारियां भरने के बाद ही आगे का प्रोसेस शुरू होगा। यह है शर्ते
- मरीज के तीमारदार को खाली सिलेंडर का इंतजाम करना होगा
- जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित रीफिलिग की कॉस्ट देनी होगी
- जो एनजीओ यह सर्विस उपलब्ध करवाएगी, रीफिल की सप्लाई देने से पहले मरीज की जरूरत को चैक भी करेगी
--------- खाली सिलेंडर प्रशासन जब्त कर रहा
प्रशासन खाली सिलेंडर को लेकर काफी सर्तक हो गया है। बीते दिनों कारोबारियों ने काफी संख्या में खाली सिलेंडर प्रशासन को सौंपे थे। मंगलवार को ही प्रशासन ने महेश नगर थाना क्षेत्र से काफी मात्रा में खाली सिलेंडर बरामद किए थे। अब मार्केट में खाली सिलेंडर ही नहीं मिल रहे। मिशन में आया एक केस
अंबाला कैंट सदर बाजार के एक व्यक्ति ने बताया कि उनकी रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव हैं और मिशन अस्पताल में उपचाराधीन हैं। डाक्टरों ने उनको घर ले जाने की सलाह दी, जबकि घर पर ही ऑक्सीजन देते रहने को कहा है। बिना ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम किए मरीज को घर ला नहीं सकते। उन्होंने बताया कि हर जगह पता कर लिया है, जबकि किसी के पास खाली सिलेंडर तक उपलब्ध नहीं हुए हैं। ऐसे में अब परेशानी है कि मरीज को ऑक्सीजन कैसे उपलब्ध करवाएं।