बिना कर्मचारियों के कैसे सुधरेगी ट्विन सिटी की यातायात व्यवस्था
ट्विन सिटी की यातायात व्यवस्था कराहने लगी है। इसका मुख्य कारण ट्रैफिक कर्मचारियों की कम संख्या होना है। मौजूदा समय में होमगार्ड को मिलाकर विभाग में 140 कर्मचारी हैं जबकि सड़कों पर वाहनों की संख्या हजारों में है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : ट्विन सिटी की यातायात व्यवस्था कराहने लगी है। इसका मुख्य कारण ट्रैफिक कर्मचारियों की कम संख्या होना है। मौजूदा समय में होमगार्ड को मिलाकर विभाग में 140 कर्मचारी हैं जबकि सड़कों पर वाहनों की संख्या हजारों में है। कर्मचारियों की कम संख्या ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए नाकाफी है। यह स्थिति चौतरफा है। सिटी के बाजार हों या फिर छावनी की सड़कें, लगभग हर जगह जाम की समस्या बनी हुई है। रही सही कसर को सड़कों पर खड़े आड़े-तिरछे वाहनों ने पूरी कर दी है जिन्हें कोई हटाने वाला नहीं है।
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केवल चालान पर जोर
ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने की है, लेकिन अधिकांश जवानों ने इसके बजाए चालान करने पर जोर दिया है। पुलिस की नजर उन वाहनों पर अधिक रहती है, जिसमें युवा युगल व बिना हेल्मेट या ट्रिपलिग करने वाले बैठे हों। जबकि अधिकांश चौपहिया वाहन चालक ऐसे होते हैं जो सीट बेल्ट तक नहीं लगाते। ऐसे में वे पुलिस के सामने सीधा निकल जाते हैं। जागरूकता अभियान की जरूरत
अच्छी बात है पुलिस यातायात के नियमों का पालन न करने वालों के चालान कर रही, लेकिन पुलिस को ट्विन सिटी की सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर लंबे समय तक यातायात के प्रति जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, क्योंकि बहुत से लोग अभी भी ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक नहीं हैं। खासकर पुलिस को युवा वर्ग को जागरूक करने की जरूरत है।
-रविद्र पाल, पंजोखरा। ------
व्यवस्था दुरुस्त करने की जरूरत
पुलिस को चालान पर ध्यान देने की बजाए यातायात व्यवस्था पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शहर में कहीं भी यातायात व्यवस्था दुरुस्त नहीं दिखती। सड़क व बाजार में लोगों ने अतिक्रमण कर कब्जे कर लिए हैं। ऐसे में वाहन लेकर निकलना तो दूर पैदल भी नहीं निकल सकते हैं।
रिषीपाल, सेक्टर-1 निवासी -----
यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है, लेकिन इसके बाद भी लोग जागरूक होने का नाम नहीं ले रहे हैं। यातायात व्यवस्था खराब न हो इसलिए चालान प्रक्रिया शुरू की जाती है। लोगों को भी पुलिस का सहयोग करने की आवश्यकता है।
-मुनीष सहगल, डीएसपी, ट्रैफिक विग