सत्संग भवन गीता नगरी में कमरे में मृत मिला कर्मी, एसपी को सौंपी शिकायत
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गीता नगरी सत्संग भवन में काम करने वाले 45 वर्षीय मायाराम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह अपने कमरे में मृत अवस्था में मिला। आनन-फानन में उसे प्रबंधन के सदस्य एक निजी डाक्टर के पास ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक मायाराम करीब 15 साल से सत्संग भवन में रह रहा था।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गीता नगरी सत्संग भवन में काम करने वाले 45 वर्षीय मायाराम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह अपने कमरे में मृत अवस्था में मिला। आनन-फानन में उसे प्रबंधन के सदस्य एक निजी डाक्टर के पास ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक मायाराम करीब 15 साल से सत्संग भवन में रह रहा था।
मायाराम ने रात के समय ड्यूटी की थी। रातभर ड्यूटी करने के बाद वह सुबह सात बजे सत्संग भवन में ही बनाए गए अपने कमरे में जाकर सो जाता था। इसके बाद शाम को चार बजे वह वापस ड्यूटी पर आता था। बृहस्पतिवार को वह जब चार बजे तक ड्यूटी पर नहीं आया तो अन्य कर्मी ने उसके कमरे मे जाकर देखा। उसे आवाज लगाई लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो अंदर देखा तो मायाराम मृत पड़ा था। न्यू मॉडल टाउन अंबाला शहर में रहने वाले महेंद्र जुनेजा ने पूरे मामले की शिकायत बलदेव नगर चौकी में दी। लेकिन पुलिस से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो शिकायतकर्ता ने एसपी आस्था मोदी के कार्यालय में जाकर इस मामले की जांच की गुहार लगाई। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया। इसलिए थाने पहुंचा मामला
श्रद्धालुओं के आरोप है कि मायाराम करीब 2 तीन माह पहले बीमार हो गया था। हार्ट में दिक्कत होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके बाद सत्संग भवन में कार्यरत प्रभाव से मायाराम ने गुहार लगाई थी कि उसकी रात को ड्यूटी न लगाई जाए। उसके स्वास्थ्य को देखते हुए श्रद्धालुओं ने भी प्रभाव से ऐसी अपील की थी। लेकिन उन्होंने हर किसी की बात को अनदेखा कर दिया गया। आरोप है कि कमरे पर मृत पाए जाने के बाद उसे प्राइवेट अस्पताल में ले जाकर डेथ सर्टिफिकेट मांगा गया ताकि उसके शव को यूपी भेजा जा सके। लेकिन डॉ. ने डेथ सर्टिफिकेट बनाने से इंकार करते हुए शव को जिला नागरिक अस्पताल भेज दिया। इसीलिए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर श्रद्धालु एसपी तक पहुंच गए।