हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को पंजोखरा में झेलना पड़ा किसानों का विरोध, काले झंडे दिखाए

अंबाला के पंजोखरा गुरुद्वारे में माथा टेकने गए हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। मंत्री को बामुश्किल उनके सुरक्षाकर्मियों व पुलिस कर्मियों ने वहां से सुरक्षित निकाला ।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 04:08 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 07:57 PM (IST)
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को पंजोखरा में झेलना पड़ा किसानों का विरोध, काले झंडे दिखाए
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को काले झंडे दिखाते किसान। जागरण

जेएनएन, अंबाला। जिस गांव को हरियाणा के गृह, शहरी स्थानीय निकाय एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गोद लिया था, उसी गांव में सोमवार को किसानों ने विज को काले झंडे दिखा दिए। सिर्फ इतना ही नहीं किसानों ने यह भी कह दिया कि गांव में भाजपा व जजपा नेताओं की एंट्री पर विरोध किया जाएगा।

कृषि कानूनों के विरोध में किसान मंत्री विज का विरोध कर रहे थे। किसानों को समझाने में पुलिस के पसीने छूट गए। किसी तरह पुलिस ने मंत्री विज की कार को वहां से निकाला। श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर मंत्री विज पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा में माथा टेकने पहुंचे थे।

माथा टेकने के बाद जब मंत्री वापस जाने लगे तो पंजोखरा गांव के किसानों ने मंत्री की कार के पास हंगामा शुरू कर दिया। जहां हंगामा किया, वहीं काले झंडे दिखाए। पुलिसकर्मियों व सुरक्षाकर्मियों के भी हाथ पांव फूल गए। किसानों ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़क पर हैं।

ग्रामीणों ने इस दौरान यह भी कहा कि यहां पर मौजूद किसानों कोई खालिस्तानी समर्थक नहीं हैं, जबकि सड़कों पर जो लोग हैं, वे किसान ही हैं। पुलिस पर भी किसानों ने अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाए। इस दौरान किसानों व पुलिस के बीच बहसबाजी होती रही। कार का किसानों ने पीछा भी किया।

गतिरोध अब खत्म होना चाहिए : विज

किसान आंदोलन पर मंत्री अनिल विज ने कहा कि अब यह गतिरोध खत्म होना चाहिए। किसानों से बातचीत में हल निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बातचीत से हल अवश्य निकलेगा, जबकि इसे सम्मान का विषय नहीं बनाना चाहिए। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र ङ्क्षसह के बयान पर विज ने कहा कि प्रदेश के सीएम मनोहर लाल ने फोन किया, तो प्रशासन के अधिकारियों को चाहिए था कि वे कैप्टन को इसकी जानकारी दें। ऐसा न करना बता रहा है कि पंजाब के सीएम का अपने अफसरों पर नियंत्रण नहीं है।

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