शुगर मिल पर किसान और कर्मचारियों का धरना आज
शुगर मिल नारायणगढ़ प्रबंधन और किसान व कर्मचारियों के बीच विवाद बढ़ चुका है। एक ओर जहां किसान अपनी 60 करोड़ रुपये की बकाया पेमेंट लेने के लिए आंदोलनरत हैं वहीं मिल कर्मचारी भी बकाया वेतन जारी करने और वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर धरने पर हैं।
संवाद सहयोगी, शहजादपुर : शुगर मिल नारायणगढ़ प्रबंधन और किसान व कर्मचारियों के बीच विवाद बढ़ चुका है। एक ओर जहां किसान अपनी 60 करोड़ रुपये की बकाया पेमेंट लेने के लिए आंदोलनरत हैं, वहीं मिल कर्मचारी भी बकाया वेतन जारी करने और वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर धरने पर हैं। कर्मचारियों को किसानों नेताओं ने भी समर्थन दिया है। अब इसी को लेकर 28 सितंबर को शुगर मिल के बाहर किसान व कर्मचारी धरने पर बैठेंगे। ऐसे में किसान अपनी आगामी रणनीति भी तैयार करेंगे। इसी को लेकर किसान नेताओं ने बैठक कर अधिक से अधिक किसानों को शुगर मिल गेट पर पहुंचने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि केन कमिश्नर की ओर से बीते दिनों एक लेटर जारी किया गया था, जिसमें प्रदेश की तीन शुगर मिलों को नारायणगढ़ के गन्ना उत्पादकों का गन्ना लेने के लिए तैयार रहने को कहा था। नारायणगढ़ में करीब 51 लाख क्विंटल गन्ने का उत्पादन होता है। ऐसे में यह आशंका उत्पन्न हो गई कि नारायणगढ़ शुगर मिल नहीं चलेगी। दूसरी ओर मिल ओर किसानों का करीब 60 करोड़ रुपये का बकाया पड़ा है। इसी को लेकर पहले किसानों ने मिल के बाहर धरना प्रदर्शन किया और कहा था कि आने वाले दिनों में डीसी अंबाला व एसडीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। अब 28 सितंबर को किसान मिल के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसे लिए कुछ दिनों से तैयारियां चल रही हैं।
उधर, शुगर मिल के कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर धरने पर हैं। बीते 14 दिनों यह धरना चल रहा है। इन कर्मचारियों का कहना है कि कुछ माह का वेतन रुका पड़ा है, जो जारी नहीं किया गया। इसके अलावा लंबे समय से वेतन में भी बढ़ोतरी नहीं हो पाई है। सोमवार को कर्मचारियों में बलजिदर सिंह कांटा फिटर, अशोक कुमार अकाउंटेंट, अनिल कुमार सीनियर इंस्टीट्यूट मैकेनिक, गौतम सीनियर वेल्डर, इरफान अली फिटर भूख हड़ताल पर बैठे।