जमीन की बनाई फर्जी ट्रांसफर डीड, पूर्व सरपंच व नंबरदार समेत तीन फंसे
गांव खानपुर ब्राह्मणा में सुरेश कुमार की जमीन पर कब्जा करने के आरोप में पूर्व सरपंच और नंबरदार फंस गए हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : गांव खानपुर ब्राह्मणा में सुरेश कुमार की जमीन पर कब्जा करने के लिए आरोपितों ने कथित तौर पर फर्जी ट्रांसफर डीड तैयार कर ली। वह उस समय जब अलग-अलग अदालतों में दायर याचिकों को डिसमिस कर दिया गया। इस खेल में गांव की पूर्व सरपंच व नंबरदार समेत तीन लोग फंस गए हैं। इतना ही नही शिकायतकर्ता ने इस मामले में पुलिस पर भी ढिलाई बरतने के आरोप लगाए हैं। पंजोखरा थाना पुलिस ने सुरेश कुमार की शिकायत पर मुनीष कुमार निवासी खानपुर ब्राह्मणा, पूर्व महिला सरपंच कमलेश रानी, नंबरदार बलविदर सिंह पर केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिकायत में सुरेश कुमार निवासी खानपुर ब्राह्मणा ने बताया कि उनकी गांव में कृषि तथा आबादी देह में जमीन है। इसी को लेकर सुखदेव सिंह ने साल 2006 में इस प्रापर्टी को लेकर केस किया था, जिसे डिसमिस कर दिया और अदालत ने कब्जा उनके (सुरेश कुमार) के पास ही रहने दिया। इसी पर एक और याचिका दायर की गई, जिसे 11 अप्रैल 2014 को रद कर दिया गया, जबकि इसके बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दायर याचिका को भी डिसमिस कर दिया गया। सुखदेव सिंह अपने बेटे मुनीष के साथ गांव में रह रहा है। हाईकोर्ट में दायर याचिका के दौरान ही मुनीष ने जमीन की ट्रांसफर डीड अपने नाम करवा ली। इस में गांव की पूर्व सरपंच कमलेश रानी ने भी सहयोग किया, जबकि नंबरदार राजकिशन ने इस में गवाही दी। इन सभी ने जमीन हड़पने की नीयत से फर्जी दस्तावेज तैयार किए। यह फर्जीवाड़ा भी तब किया गया, जबकि पूर्व में अदालती आदेशों की जानकारी इनको थी। इस फर्जीवाड़े की भनक तक नहीं लगी, जबकि अप्रैल 2021 के अंतिम सप्ताह में आरोपित मुनीष ने इस जमीन को लेकर दखलंदाजी शुरू कर दी। जैसे ही उनको इस फर्जीवाड़े की जानकारी लगी, तो उन्होंने 27 अप्रैल 2021 को एसपी को शिकायत दे दी। लेकिन इस शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसके बाद आरोपितों ने उनको जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दीं। पुलिस ने ठगी सहित अन्य धाराओं में आरोपितों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।