ब्लैक फंगस के कारण ऑपरेशन कर निकाली मरीजों की आंखें
अंबाला में ब्लैक फंगस का यह चौथा मामला है। इससे पहले शहजादपुर का अश्वनी इस बीमारी की चपेट में आया था। इसका पीजीआइ चंडीगढ़ में उपचार जारी है।
संवाद सहयोगी, मुलाना : ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) अंबाला में पांव पसारती दिखाई दे रही है। मुलाना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (एमएमसीएच) में दाखिल दो मरीजों की आंख में इंफेक्शन इस कदर फैला कि ऑपरेशन कर उनकी आंखें निकालनी पड़ीं। स्थिति इस कदर तक बिगड़ चुकी थी कि इंफेक्शन के ब्रेन में जाने का खतरा पैदा हो गया था। इसी कारण डॉक्टरों ने ऐसा कदम उठाया। इनमें एक महिला मरीज मुलाना की रहने वाली है और शुगर की मरीज है। दूसरा मरीज बिहार के पटना का है। इनका बेटा मुलाना जिनका बेटा एमएमसीएच में डाक्टर है। पटना का यह मरीज कोरोना पॉजिटिव था और संक्रमण से रिकवर हो चुका था।
उल्लेखनीय है कि अंबाला में ब्लैक फंगस का यह चौथा मामला है। इससे पहले शहजादपुर का अश्वनी इस बीमारी की चपेट में आया था। इसका पीजीआइ चंडीगढ़ में उपचार जारी है। वहीं अंबाला कैंट के करधान का रहने वाला रणधीर सिंह भी इसकी चपेट में आया था। रणधीर का ऑपरेशन अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में कराया गया था और अब वह स्वस्थ है।
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पहले सूजन आई, फिर दिखना बंद हो गया
मुलाना क्षेत्र की रहने वाली महिला परविदर कौर की आंख में ब्लैक फंगस आया, जिसके बाद उनका उपचार मुलाना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में शुरू कराया गया। डॉक्टरों ने कोविड टेस्ट करवाने की सलाह दी। पहला टेस्ट निगेटिव आया, जबकि एमएम कालेज एवं अस्पताल में हुआ कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया। यहीं पर कुछ दिनों बाद जब तीसरा टेस्ट किया गया तो यह निगेटिव आया। महिला का शुगर लेवल काफी हाई था, जिसके चलते ब्लैक फंगस आंख में फैल गया। पहले तो आंख में सूजन आई, जिसके बाद दिखना लगभग बंद हो गया। 13 मई को उसे एमएम अस्पताल में दाखिल कराया गया। फंगस को बढ़ने से रोकने के लिए सोमवार को डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर महिला की आंख को रिमूव कर दिया, ताकि संक्रमण ब्रेन तक न पहुंच पाए।
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पटना से आए राजीव सिंह थे पॉजिटिव
एमएम कालेज एवं अस्पताल में ही तैनात एक चिकित्सक के पिता राजीव नारायण सिंह निवासी पटना बिहार कोविड पॉजिटिव आए थे। उनका पटना में ही कोविड का उपचार हुआ। उपचार के बाद से स्वस्थ हो गए, लेकिन उनकी आंख में सूजन आनी शुरू हो गई। स्वजनों ने मुलाना (अंबाला) में तैनात अपने बेटे से संपर्क किया। इसके बाद यह चिकित्सक अपने पिता राजीव नारायण सिंह को मुलाना अस्पताल ले आए। यहां पर डाक्टरों ने चेकअप किया, जिसके बाद ब्लैक फंगस की पुष्टि की। फंगस ब्रेन में न पहुंचे, इस कारण से इस मरीज का आपरेशन कर आंख को निकालना पड़ा।
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मुलाना से एक महिला ब्लैक फंगस से पीड़ित आई है। फंगस का असर महिला की आंख पर है। फंगस ज्यादा न बढ़े इसके लिए सोमवार को उनका ऑपरेशन कर आंख निकाल दी गई है। इसी तरह पटना के एक अन्य मरीज को भी ब्लैक फंगस हुआ है, जिनका आपरेशन कर आंख निकालनी पड़ी।
- डॉ. अमित मित्तल, वाइस प्रिसिपल, एमएम मेडिकल कॉलेज
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दो मरीजों में ब्लैक फंगस पाया गया, जिसके कारण उनका आपरेशन किया गया। एक मरीज मुलाना से है, तो दूसरा बिहार के पटना से है। आपरेशन के बाद इनका उपचार किया जा रहा है।
- डॉ. एलएन गर्ग, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, मुलाना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल