किसानों को समझाया उर्वरकों का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करें

स्वाधीनता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य पर सहकारी संस्था इफको की ओर से गांव लालपुर में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत संतुलित उर्वरक उपयोग पर एक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नारायणगढ़ उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. रोशन लाल मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:00 AM (IST)
किसानों को समझाया उर्वरकों का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करें
किसानों को समझाया उर्वरकों का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करें

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : स्वाधीनता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य पर सहकारी संस्था इफको की ओर से गांव लालपुर में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत संतुलित उर्वरक उपयोग पर एक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नारायणगढ़ उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. रोशन लाल मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रगतिशील कृषक सुनील कुमार ने की। कार्यक्रम में 60 से अधिक किसानों ने भाग लिया।

इफको के सहायक क्षेत्र प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया की 74 वर्षो में देश ने फसल उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल की है। फसल उत्पादन का लगभग 50 फीसद हिस्सा उर्वरकों उपयोग से प्राप्त होता है। किसान उर्वरकों के प्रयोग पर ज्यादा आश्रित होने के कारण गोबर की खाद व कम्पोस्ट का प्रयोग कम कर रहे हैं जिसका दुष्प्रभाव मिट्टी में घटते जीवांश कार्बन स्तर के रूप में सामने आ रहा है। मिट्टी के अच्छे भौतिक व रासायनिक स्वास्थ्य के लिये जैविक कार्बन का उच्च स्तर होना आवश्यक है। इसके लिये आवश्यक है कि खेती में हरी खाद, दलहनी फसलों का फसल चक्र में सामावेश व गोबर की खाद का समुचित प्रयोग किया जाये। उर्वरकों का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करें। मुख्य पोषक तत्व नाइट्रोजन, फासफोरस व पोटाश, गौण तत्व सल्फर व सूक्ष्म तत्व जिक, लोहा, मैगनीज व बोरोन की कमी जिला की मिट्टी में पाई जाती है।

डॉ. रोशन लाल ने बताया कि किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा के अन्तर्गत आवश्यक रूप से रजिस्ट्रड करवाना चाहिये। गेहूं कटाई के बाद मूंग व ढैंचा की बुवाई करें। इससे जमीनों के जैविक कार्बन में वृद्धि होगी व उर्वरकों की खपत भी कम होगी। ज्यौली पैक्स लि. के प्रबंधक राजेश कुमार ने पैक्स के माध्यम से लघु किसान ऋण योजना व अन्य योजनाओं की जानकारी दी। मौके पर कृषक राजवीर सिंह, राजन, जसविद्र सिंह, बलकार सिंह, रनबीर सिंह, जसमेर सिंह ने भाग लिया।

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