सपनो का घर बनाने हुआ महंगा, आसमान छू रहे ईंटों के दाम

हर इंसान का अपना घर बनाने का सपना होता है और जिसे हकीकत में उतारने के लिए निर्माण सामग्री की जरूरत होती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 06:10 AM (IST)
सपनो का घर बनाने हुआ महंगा, आसमान छू रहे ईंटों के दाम
सपनो का घर बनाने हुआ महंगा, आसमान छू रहे ईंटों के दाम

संवाद सहयोगी, बराड़ा :हर इंसान का अपना घर बनाने का सपना होता है और जिसे हकीकत में उतारने के लिए निर्माण सामग्री की जरूरत होती है। एक आम आदमी जब अपना घर बनाने की तैयारी करता है तो उसका एक बजट निर्घारित होता है लेकिन जब निर्माण सामग्री बजट से बाहर होने लगे तो उस इंसान को मकान बनाना बोझ लगना शुरू हो जाता है। इसी बोझ को बढ़ाने का सबसे ज्यादा काम कर रहे है ईंट भट्टा मालिक। कुछ दिनों पहले जो अव्वल ईंट 4800 से 5000 रुपए प्रति हजार से हिसाब से मिल जाती थी वही ईंट आजकल 6200 रुपये से 6500 रुपये प्रति हजार के हिसाब से मिल रही है और रेट बढ़ाने का तर्क यह दिया जा रहा है कि मौजूदा समय में कोयले के रेट डबल हो गए है, ईंट पर जीएसटी बढ़ने वाली है और हरियाणा सरकार द्वारा लेबर के रेट बढ़ा दिए गए है जबकि इस वक्त मिलने वाली ईंट का निर्माण आज से दो-तीन महीने पहले ही हो चुका है और वो भी उस समय के रेट के हिसाब से, ऐसे में जबकि मौजूदा समय में ईंट भट्टे बंद पड़े हुए है यह तर्क बेमानी लगता है। क्षेत्रवासी ललित कुमार, मोहन लाल, कौशल, विशाल, कमलजीत सिंह, निशान सिंह आदि का कहना है कि ईंट भट्टा संचालकों द्वारा मनमानी करके बिना वजह रेट बढ़ाए जा रहे है जिसका बोझ हमारे जैसे आम लोगों पर डाला जा रहा है। सरकार व संबंधित विभाग को ऐसे ईंट भट्टा संचालकों के खिलाफ करनी चाहिए और ईंट के दामो को नियंत्रण में लाना चाहिए। ईंट भट्टा एसोसिएशन के लोगों ने ईंट निर्माण में बढ़ रहे खर्चों को लेकर कुछ दिनों पहले ज्ञापन दिया था कि ईंट के रेट बढ़ाए जाए , जिसके लिए उनको ईंट के जायज रेट बढ़ाने के लिए कहा गया था लेकिन यदि ईंट भट्टा संचालकों द्वारा नाजायज रेट बढ़ाए जा रहे है तो यह गलत है। इस बारे ईंट भट्टा संचालकों के साथ जल्द ही मीटिग करके जायज रेट रखने बारे कहा जाएगा यदि फिर भी कोई भट्टा संचालक नाजायज रेट बढ़ाता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। : राजेश्वर मुदगिल, डीएफएससी अंबाला ईंट भटटा संचालकों द्वारा निर्धारित रेट से ज्यादा रेट वसूलना गलत है। इस बारे मुझे आज ही पता चला है। ऐसे भट्टा संचालक जोकि नाजायज रेट वसूल रहे है उनके खिलाफ विभाग द्वारा सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही ईंट भट्टा संचालकों से मीटिग करके जायज रेट निर्धारित किए जाएंगे।

- विनोद दूबे, निरीक्षक खाद्य एंव आपूर्ति विभाग , बराड़ा।

कोयले के रेट पहले से दोगुना से भी ज्यादा हो चुके हैं। इसके अलावा सरकार ईंट पर जीएसटी पांच फीसद प्रतिशत से बढ़ाकर 12 फीसद करने जा रही है। साथ ही लेबर के महंगे होने के कारण ईंट के रेट में इजाफा किया गया है। रेट बढ़ाने बारे संबंधित विभाग को पहले से ही सूचना दे दी गई है। गोल्डी बुधिराजा, प्रधान अंबाला भटटा एसोसिएशन।

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