एनेस्थीसिया के डा. अजय की कोरोना संक्रमण से मौत, एक सप्ताह से थे बीमार
फोटो संख्या 31 संवाद सहयोगी नारायणगढ़ नारायणगढ़ अस्पताल के एनेस्थीसिया के डा. अजय की क
फोटो संख्या 31
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : नारायणगढ़ अस्पताल के एनेस्थीसिया के डा. अजय की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। डाक्टर अजय एक सप्ताह से बीमार थे और नारायणगढ़ में इलाज चल रहा था। हालत में सुधार नहीं होने पर सिटी सिविल अस्पताल में भर्ती किया। यहां पर मंगलवार की सुबह उनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार डा. अजय कुमार उत्तराखंड के रहने वाले थे और लगभग चार साल से नागरिक अस्पताल नारायणगढ़ में नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एनेस्थीसिया के डाक्टर के पद पर कार्यरत थे। अप्रैल में उन्हें डेपूटेशन पर सिविल अस्पताल में ड्यूटी पर लगा दिया। यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगा दी। यहां पर लगभग 15 से 20 दिन से आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी की। वहीं एक सप्ताह पहले उन्हें नारायणगढ़ अस्पताल में भेज दिया। यहां पर लक्षण होने पर कोरोना की जांच कराई, जो पॉजिटिव आई। इस दौरान अस्पताल में भर्ती कर इलाज कराया। यहां पर हालत में सुधार नहीं होने पर सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया है। वहीं मंगलवार की सुबह में डाक्टर की मौत हो गई। आर्थिक मदद की मांग की
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा के पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से अनुरोध कर उनके परिवार को तुरंत प्रभाव से 50 लाख रुपये की बीमा की राशि और दस लाख रुपये हरियाणा सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को दिए जाए। वहीं हर महीने उनके वेतन में लगभग बीस हजार रुपये विशेषज्ञ चिकित्सक को मिलते हैं, उनके वेतन से कटौती की जा रही थी। इसको भी उनके परिवार को जल्द रिलीज किया जाए। प्रदेश संगठन मंत्री दिनेश कुमार कौशिक ने बताया कि उन्होंने अपना कार्यकाल में इमरजेंसी में ड्यूटी बखूबी निष्ठा व ईमानदारी से निभाई है। दो मिनट का मौन रखा
नारायणगढ़ सिविल अस्पताल नारायणगढ़ में तैनात 57 वर्षीय डा. अजय कोरोना पॉजिटिव होने पर मौत हो गई। सिविल अस्पताल नारायणगढ़ के चिकित्सकों सहित स्टाफ ने कोरोना योद्धा के लिए दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी। एक होनहार व काबिल डाक्टर खोया। सिविल अस्पताल नारायणगढ़ के एसएमओ डा. संजीव संधू ने बताया कि डा. अजय जो नारायणगढ़ सिविल अस्पताल में एनेस्थीसिया के विशेषज्ञ थे। इस मौके पर चिकित्सक समेत सभी स्टाफ ने दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी।