डॉक्टर ने एमएलआर काटने से किया इंकार, इमरजेंसी में हंगामा
अस्पताल एसएमओ डॉ. सतीश ने इमरजेंसी में रात को 11 बजे फोन किया तो डॉक्टरों ने घायल की एमएलआर काटी
जागरण संवाददाता, अंबाला: छावनी के नागरिक अस्पताल में स्टाफ व डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आए दिन कोई न कोई विवाद होता रहता है। इसी कड़ी में सोमवार देर रात को भी इमरजेंसी में जमकर हंगामा हुआ। ड्यूटी पर तैनात दो डॉक्टरों ने मारपीट के मामले में आए घायल का इलाज करने के बाद उसकी एमएलआर (मेडिको लीगल रिपोर्ट) काटने से साफ इंकार कर दिया। पहले तो दोनों डॉक्टर एक-दूसरे के पास घायल को एमएलआर काटने के लिए भेजते रहे लेकिन बाद में जब हंगामा हुआ तो मामले ने तूल पकड़ लिया। एक डॉक्टर कमरे में कुंडी लगाकर सोने चला गया जिसके बाद मामला एसएमओ के पास पहुंचा। इसके बाद एसएमओ डॉ. सतीश ने रात को ही इमरजेंसी में फोन किया जिसके बाद घायल की एमएलआर काटी गई।
सपहेड़ा गांव में रंजिश के चलते रात को दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई। इसमें 38 वर्षीय राकेश को गंभीर चोटें आई। परिजन सुरजीत शर्मा व अन्य उसे नागरिक अस्पताल इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ ने घायल का उपचार कर दिया। जब राकेश ड्यूटी पर तैनात डॉ. कुलदीप के पास एमएलआर काटने के लिए पहुंचा तो उन्होंने उसे डॉ. गगनदीप के पास भेज दिया। परंतु डॉ. गगनदीन ने भी एमएलआर काटने से इन्कार कर दिया और कहा कि यह हमारे थानाक्षेत्र का मामला नहीं है। देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया। इसी बीच डॉ. गगन कमरे में सोने के लिए चले गए। सूचना मिलते ही अस्पताल चौकी पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। वह घायल पक्ष को लेकर डॉ. के कमरे में गए तो दरवाजे की अंदर से कुंडी लगी हुई थी।
एसएमओ ने किया फोन कटी एमएलआर
डॉ. गगनदीप ने दरवाजा खटखटाने पर पहले नाम पूछा और उसके बाद कुंडी खोली, लेकिन उन्होंने घायल को दोबारा डॉ. कुलदीप के पास भेज दिया। इसके बाद अस्पताल से ही स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पीए सहित एसएमओ को फोन किया। ऐसे में एसएमओ डॉ. सतीश ने इमरजेंसी में स्टाफ को फोन किया और तब जाकर घायल युवक को लगी चोट की एमएलआर काटी गई।