साइबर फ्राड से बचने के लिए सोशल साइट पर अंजान व्यक्ति से दोस्ती न करें

पुलिस अधीक्षक अंबाला जशनदीप सिंह रंधावा के निर्देशानुसार जिला में साइबर फ्राड से बचने के लिए नागिरकों और विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:16 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 07:16 PM (IST)
साइबर फ्राड से बचने के लिए सोशल साइट पर अंजान व्यक्ति से दोस्ती न करें
साइबर फ्राड से बचने के लिए सोशल साइट पर अंजान व्यक्ति से दोस्ती न करें

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: पुलिस अधीक्षक अंबाला जशनदीप सिंह रंधावा के निर्देशानुसार जिला में साइबर फ्राड से बचने के लिए नागिरकों और विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान एक दिसंबर को साइबर सेल इंचार्ज उप-निरीक्षक बलवंत सिंह व साइबर टीम ने एसडी कालेज छावनी में आनलाइन फ्राड से बचने के लिए जागरूक करते हुए साइबर अपराधों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोशल साइट पर किसी भी अंजान व्यक्ति से दोस्ती न करें, फोन पर किसी से भी बैंक खाते से संबंधित अपनी निजी जानकारी सांझा न करें। सोशल मीडिया या ई-मेल पर आए किसी भी संदिग्ध लिक पर क्लिक करके व्यक्तिगत जानकारी सांझा न करें, क्योंकि ऐसा करने से साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। साइबर अपराधी संदिग्ध लिक का फायदा उठाकर बैंक खातों से पैसे निकालने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। साइबर ठगी से बचने के लिए सोशल साइट पर डाले गए किसी भी असत्यापित खाते में रकम जमा न कराएं। किसी भी खाते में रकम जमा कराने से पहले पूरी जांच कर लें तथा इसके लिए अधिकारिक लिक का ही प्रयोग करें। साइबर ठगी के अन्य तरीकों में फर्जी आनलाइन शापिग साइट बनाकर ज्यादा डिस्काउंट पर सामान बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करना, लोगों को काल करके सस्ते दामों पर सामान उपलब्ध करवाना तथा होम डिलिवरी के नाम पर ओटीपी मांगकर धोखाधड़ी करना आदि शामिल है। फेसबुक, ओएलएक्स, पेटीएम, डेबिट व क्रेडिट कार्ड के माध्यम से दिन-प्रति-दिन साइबर अपराध घटित हो रहे हैं, जिसका मुख्य कारण पूर्ण जागरुकता का अभाव जाने-अनजाने में अपनी निजी जानकारी साझा करना है। अपना स्ट्रांग पासवर्ड लगाए और समय समय पर उसको बदलते रहे।

chat bot
आपका साथी