दिल्ली-अमृतसर हाईवे 8 घंटे बंद, गीत सुना पंजाबी गायकों ने बांधे रखे किसान
फोटो 32 33 - जिलेभर में बंद का नहीं दिखा कोई असर किसानों ने सड़कों पर उतर जताया विर
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- जिलेभर में बंद का नहीं दिखा कोई असर, किसानों ने सड़कों पर उतर जताया विरोध
- शंभू बॉर्डर पर सुबह ही पहुंच गए थे किसान, रूट किया डायवर्ट - जीआरपी और आरपीएफ रही मुस्तैद, ट्रैक को रखा क्लीयर, यात्री परेशान जागरण संवाददाता, अंबाला:
कृषि विधेयकों के विरोध में आहत भारत बंद की कॉल के मद्देनजर दिल्ली-अमृतसर हाईवे करीब आठ घंटे बंद रहा, वहीं पंजाबी गायकों ने हजारों किसानों को बांधे रखा। पंजाब सीमा में हुए इस धरने के चलते लोगों को दिक्कतें हईं, जबकि पंजाब पुलिस ने पहले ही रूट डायवर्ट कर दिया था। दूसरी ओर अंबाला मुलाना, साहा व शहजादपुर में किसानों ने धरना प्रदर्शन कर रोड जाम की। इसी तरह अंबाला कैंट में किसानों ने सदर बाजार में आवाजाही बाधित की, वहीं सड़क पर बैठकर लंगर भी खाया। इस दौरान दुकानें बंद रही। करीब दो घंटे तक यही स्थिति रही। इसी तरह जीआरपी और रेलवे पुलिस भी अलर्ट रही, जबकि रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से क्लीयर किया गया। रेलवे स्टेशन परिसर में यात्री ट्रेनों का इंतजार करते रहे। भारत बंद की कॉल के चलते जिस भी बाजार में किसान पहुंचे, वहां दुकानें बंद की गई। अंबाला में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया। मुलाना के बाजारों को किसानों ने बंद कराया। करीब दो सौ किसान सड़कों पर उतरे और विरोध जताया। इन किसानों ने साहा में धरना दिया और रोड जाम किया। पुलिस बल तैनात था, जबकि लोगों को दूसरे रास्तों से भेजा गया। इसी तरह शहजादपुर में नारायणगढ़ शुगर मिल के बाहर करीब 300 किसानों ने धरना दिया। किसानों ने करीब साढ़े चार घंटे तक नेशनल हाईवे नंबर 72 शहजादपुर-नारायणगढ़ मार्ग को बाधित किया। अंबाला कैंट में करीब ढाई सौ किसानों ने सदर बाजार को जाम कर दिया। सड़क किनारे लाइन लगाकर यह किसान बैठ गए, जबकि सड़क पर ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर दी। यहीं पर किसानों के लिए लंगर भी लगाया गया।