चंडीगढ़ की तर्ज पर अंबाला छावनी स्टेशन पर चलेगा अब कार्पोरेशन का निर्देश
घाटे से रेलवे को उबारने के लिए अब भारतीय रेल पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल की पटरी पर दौड़ेगी।
जागरण संवाददाता, अंबाला: घाटे से रेलवे को उबारने के लिए अब भारतीय रेल पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल की पटरी पर दौड़ेगी। नई ट्रेनों की जिम्मेदारी जहां प्राइवेट पार्टनरशिप को दी जाएगी वहीं रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं को बढ़ाने का जिम्मा इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन (आइआरएसडीसी) को दिया जाएगा। अंबाला रेल मंडल में चंडीगढ़ के बाद अब अंबाला छावनी स्टेशन पर आइआरएसडीसी के जिम्मे होगा। जल्द ही स्टेशन आइआरएसडीसी को हैंडओवर हो जाएगा। यहां पर भी फिर कार्पोरेशन के दिशा निर्देश चलेंगे। ए-वन कैटेएगरी के स्टेशन आइआरएसडीसी के जिम्मे आने के बाद अलग-अलग प्राइवेट कंपनियों को टेंडर देगी जिसमें रेलवे का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर सुविधाएं ओर बढ़ाने के लिए स्टेशन को आइआरएसडीसी के जिम्मे करने की कवायद तेज कर दी है। इसको लेकर आइआरएसडीसी और रेलवे अधिकारियों के बीच बैठक भी हो चुकी है। स्टेशन कार्पोरेशन के हवाले होने के कारण टिकट बिक्री रेलवे के अधीन होगी, बाकी सब प्राइवेट कंपनी के। स्टेशन पर पार्किंग, कैटेरिग, विज्ञापन आदि का टेंडर कार्पोरेशन अलाट करेगी। एस्केलेटर की संख्या बढ़ाने की योजना
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर की संख्या बढ़ाने की योजना है। जिन स्टेशनों पर 25000 से अधिक यात्रियों का आना-जाना है उसके लिए अलग से बजट का प्रावधान रखा गया है। फोटो : 12
अभी रिकार्ड तैयार किए जा रहे हैं। आइआरएसडीसी को हैंडओवर करने के लगभग सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष के समाप्त होने के बाद 1 अप्रैल से कार्पोरेशन यहां अपना कार्य करेगा।
- बीएस गिल, स्टेशन डायरेक्टर छावनी