निगम की सिगल यूज पालिथीन पर प्रतिबंध योजना बेअसर, बाजारों में खुलेआम प्रयोग

नगर निगम की सिगल यूज पालिथीन पर प्रतिबंध लगाने की योजना बेअसर दिख रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 05:49 PM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 05:49 PM (IST)
निगम की सिगल यूज पालिथीन पर प्रतिबंध योजना बेअसर, बाजारों में खुलेआम प्रयोग
निगम की सिगल यूज पालिथीन पर प्रतिबंध योजना बेअसर, बाजारों में खुलेआम प्रयोग

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर:

नगर निगम की सिगल यूज पालिथीन पर प्रतिबंध लगाने की योजना बेअसर दिख रही है। शहर के मुख्य बाजारों में रेहडी और दुकानों पर खुलेआम पालिथीन का प्रयोग किया जा रहा है। इससे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश का भी खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। निगम कार्यालय के सामने की दुकानों पर भी पालिथीन का प्रयोग जारी है। इतना सब कुछ होने के बाद भी निगम आंखे मूंदे बैठा है।

मालूम हो कि नगर निगम ने करीब पांच से छह महीने पहले सिगल यूज पालिथीन के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए अभियान शुरू किया था। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश है कि पालिथीन के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। इसको लेकर नगर निगम ने डिस्पोजल प्लेट, गिलास और चम्मच की बिक्री करने वाली दुकानों पर छापेमारी की थी। यहां तक दुकानों से पालिथीन और डिस्पोजल आइटम को जब्त कर दिया था। वहीं मानव चौक, अग्रसैन चौक, कपड़ा मार्केट, माडल टाउन, अनाज मंडी आदि में पालिथीन की बिक्री करने वालों पर छापेमारी की थी। इसके बाद नगर निगम पालिथीन के खिलाफ अभियान चलाना भूल गया है। इसके बाद फिर से लोगों ने बाजारों में पालिथीन का प्रयोग शुरू कर दिया है। त्योहारी सीजन में बाजारों में खुलेआम पालिथीन का प्रयोग किया जा रहा है, और निगम अभी तक नींद से नहीं जागा है। इस संबंध में मुख्य सफाई निरीक्षक सुनील दत्त ने बताया कि नगर निगम जल्द ही पालिथीन की बिक्री करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू करेगा। इसके लिए निगम ने तैयारी कर ली है।

इस वजह से प्रतिबंध लगा

बाजारों में लोग पालिथीन में सामान खरीदकर लेकर जाते हैं, और प्रयोग के बाद फेंक दी जाती है। ऐसे में पालिथीन नाले व नालियों में पहुंचने से गंदगी फैलती है, और पानी का निकासी बंद हो जाता है। यदि पालिथीन को नष्ट करने के लिए जलाते हैं, तो वायु प्रदूषण होता है। इसलिए एनजीटी ने सिगल यूज पालिथीन पर प्रतिबंध लगा रखा है।

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