ट्विन सिटी में मई के बाद से कोरोना के डेल्टा वैरियंट वायरस की जांच बंद
कोरोना की दूसरी लहर पीक पर आने के बाद वायरस ने अपना रूप बदल। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरियंट कब डेल्टा प्लस में बदल जाए यह वैज्ञानिक भी तय नहीं कर पा रहे।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कोरोना की दूसरी लहर पीक पर आने के बाद वायरस ने अपना रूप बदल। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरियंट कब डेल्टा प्लस में बदल जाए यह वैज्ञानिक भी तय नहीं कर पा रहे। ऐसे में ट्विन सिटी के स्वास्थ्य विभाग ने मई 2021 तक ही कोरोना के डेल्टा वैरियंट की जांच के लिए नमूने भेजे, जिसमें 48 पाजिटिव मिले। स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना की जांच के लिए नमूने अंबाला शहर के पालीक्लीनिक लैब में भेज रहा है, लेकिन डेल्टा वैरियंट की जांच ही नहीं हो रही। ऐसे में अगर डेल्टा वैरियंट वायरस अपना स्वरूप बदलकर डेल्टा प्लस में आया तो संक्रमण की रफ्तार को काबू करना स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी का सबब साबित हो सकती है।
6.20 लाख लोगों की हुई कोरोना जांच
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस की दस्तक के बाद से अब तक 6 लाख 20 हजार लोगों की कोरोना जांच हुई। इसमें आरटीपीसीआर से 5 लाख 40 हजार और बाकी के रैपिड किट से जांच हुई जिसमें 30 हजार 137 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
डेल्टा वैरियंट के म्यूटेशन से चितित महकमा
कोरोना के डेल्टा वैरियंट के म्यूटेशन ने स्वास्थ्य विभाग की चिता को बढ़ा दिया है। सैंपलिग से जुड़े एक चिकित्सक बताते हैं कि डेल्टा वैरियंट का म्यूटेशन काफी खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि इस म्यूटेशन का असर कितना घातक होगा कुछ कहा ही नहीं जा सकता है।
डेल्टा वैरियंट की जांच के लिए सैंपल नहीं भेजा
कोरोना की दूसरी लहर के बाद से डेल्टा वैरियंट के मामले ही सामने आ रहे हैं। मई तक अंबाला में हुई जांच में 48 डेल्टा वैरियंट की पुष्टि हुई है। मई के बाद से अब तक कोई भी डेल्टा वैरियंट की जांच के लिए सैंपल नहीं भेजा गया है।
डा. कुलदीप सिंह, सिविल सर्जन अंबाला।