चौड़मस्तपुर सीएचसी में बेड की व्यवस्था नहीं, रेफर का ही एक विकल्प
जागरण संवाददाता अंबाला शहर चौड़मस्तपुर सीएचसी में बेड की व्यवस्था नहीं दिखी। यहां पर मरी
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : चौड़मस्तपुर सीएचसी में बेड की व्यवस्था नहीं दिखी। यहां पर मरीजों को फिलहाल दाखिल नहीं किया जा रहा। कोरोना पॉजिटिव हो या फिर अन्य बीमारी, मरीजों को रेफर ही एक विकल्प बचा हुआ है। यहां ऐसी व्यवस्था है कि लोकल ही नहीं, बल्कि दूसरों जिलों से भी लोग वैक्सीन करवाने पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं पंजाब से भी लोग पहुंच रहे हैं। क्योंकि एक तो यह ग्रामीण एरिया है और दूसरा यहां पर कोई भीड़ नहीं, बल्कि शारीरिक दूरी का खास ख्याल रखा जा रहा है। वैक्सीन करवाने के लिए न तो लंबी लाइन है और न ही कोई इंतजार करना पड़ता है। ऐहतियात बरतते हुए जल्द से जल्दी वैक्सीन की जा रही है। चार डाक्टरों की डेपूटेशन के बाद महज तीन डाक्टरों पर सीएचसी का भार
चौड़मस्तपुर सीएचसी में सात डाक्टरों की पोस्टिंग है, लेकिन इन दिनों चार डाक्टरों को ट्विनसिटी में डेपूटेशन पर भेज दिया गया है। ऐसे में सीएचसी में तीन डाक्टर रह जाते हैं। जिनके कंधों पर पूरी सीएचसी का कार्यभार आ गया है। जबकि इस महामारी से यहां कि चिकित्सक भी नहीं बच सके। संक्रमित होने के बाद कुछ संघर्ष सुरक्षित ड्यूटी ज्वाइन कर चुके हैं और एक डाक्टर फिलहाल संघर्ष कर रही हैं। सात पीएचसी हैं सीएचसी के अंतर्गत
चौड़मस्तपुर सीएचसी के अंतर्गत 7 पीएचसी हैं। जिनमें माजरी, बोह, पंजोखरा, नग्गल, नूरपुर, चौडमस्तपुर, नन्यौला पीएचसी हैं। सीएचसी की कमान एसएमओ के हवाले हैं और अन्य एमओ डाक्टर तैनात हैं। रोजाना 100 से अधिक की वैक्सीन और 50 से अधिक की होती है जांच
चौड़मस्तपुर स्थित सीएचसी के लैब टेक्निशियन परविद्र सिंह के मुताबिक सीएचसी में दूसरे जिलों के अलावा पंजाब से भी लोग वैक्सीन करवाने पहुंच रहे हैं। रोजाना सौ से अधिक वैक्सीन हो रही हैं और 50 से अधिक की जांच हो रही है। उन्होंने बताया कि सीएचसी में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आ रही है। उनके पास पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध हैं। लोग रजिस्ट्रेशन के दौरान अपनी इच्छा से वैक्सीन करवाने की जगह भर सकते हैं और इसके अलावा कई को विभाग की ओर से अलॉट किया जाता है। फोटो - 12
सोनी वर्मा ने बताया कि वह वैक्सीन करवाने के लिए कालका से आई है। क्योंकि वहां पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पायी थी। उसे दूर जरूर आना पड़ा, लेकिन मुझे यहां पर किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई।