बदली-बदली नजर आई अस्पताल की फिजा, खामियां ढूंढती रही एनक्वास की टीम
जागरण संवाददाता, अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में सोमवार को एंट्री से लेकर डॉक्टरों के कमरें ही नहीं बल्कि शौचालयों तक में बदली-बदली सी फिजा नजर आई। सभी डॉक्टर ही नहीं बल्कि अन्य सारे
जागरण संवाददाता, अंबाला
छावनी के नागरिक अस्पताल में सोमवार को एंट्री से लेकर डॉक्टरों के कमरें ही नहीं बल्कि शौचालयों तक में बदली-बदली सी फिजा नजर आई। सभी डॉक्टर ही नहीं बल्कि अन्य सारे स्टाफ कर्मी भी फुल ड्रेस में दिखे। मौका था अस्पताल में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) अवॉर्ड मूल्याकंन सर्वे टीम का निरीक्षण करने के दौरान का। सुबह 8:30 बजे से दोपहर तक एक-एक कमरे का अच्छे से निरीक्षण कर रही टीम छोटी से छोटी खामियां ढूंढती रही। लेकिन इक्का-दुक्का खामी को छोड़कर किसी तरह की कोई बड़ी लापरवाही सामने नहीं आई। हालांकि अब मंगलवार सुबह फिर से यह टीम अस्पताल में खामियां ढूंढने के लिए निरीक्षण करना शुरू करेगी। क्योंकि इस निरीक्षण के बाद पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर रहने वाले अस्पताल को करीब 50 लाख रुपये का इनाम मिलेगा। वहीं पहले दिन अस्पताल में मरीजों की भीड़ देखकर टीम के सदस्य काफी आचंभित थे।
इस टीम में पटना मेडिकल एंड कॉलेज अस्पताल के कंसलटेंट आलोक रंजन और दिल्ली के जेबी पंथ इंस्टीच्यूट की डायरेक्टर एवं प्रोफेसर पूनम नारंग अपने अन्य सदस्यों के साथ सुबह 8:30 बजे ही निरीक्षण के लिए अस्पताल में पहुंच गए। पहले दिन टीम ने अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड, फार्मा ओपीडी के अलावा रेडियोलॉजिस्ट विभाग का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं से लेकर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लेकर अस्पताल द्वारा किए जा रहे कार्य को बारिकी से देखा। टीम ने ओपीडी व इमरजेंसी में कई मरीजों से भी बातचीत की। हालांकि अस्पताल में मरीजों को दी जा रही सुविधाएं, बि¨ल्डग और इंफ्रास्ट्रक्चर देखकर टीम ने काफी तारीफ भी की।
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निरीक्षण में यह रहे हालात
टीम ने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया जहां पर वार्ड में मरीज के आने से लेकर उसको दी जाने वाली सेवाओं और किस तरह से मरीज को ऑपरेट किया जाता है इसके बारे में भी स्टाफ से बात की। रिकॉर्ड को खंगालते हुए मरीज को दिए गए उपचार के बारे में भी पूछताछ की। इसी तरह लेबर रूम में प्रसूति विभाग में महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं के साथ-साथ फैमिली प्ला¨नग के बारे में पता किया। पहले दिन के निरीक्षण में टीम ने स्वास्थ्य विभाग और नागरिक अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ को कई सुझाव भी दिए। कमरों के अंदर लगे फायर सेफ्टी सिस्टम को बाहर लगाने के लिए कहा। इसके अलावा आइपीडी ब्लॉक में चौथे फ्लोर पर फार्मा स्टोर का निरीक्षण करने के दौरान मॉड्यूल सिस्टम को अपनाने के लिए कहा। टीम के साथ सिविल सर्जन संत लाल वर्मा, सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. सतीश, एसएमओ डॉ. रीटा कोटवाल, एसएमओ डॉ. शीलकांत पजनी, एडमिन डॉ. विनय और डॉ. प्रमोद बंसल के अलावा अन्य भी मौजूद रहे।