कार ड्राइविग स्कूलों की करनी थी जांच और संचालकों की बैठक कर बताए नियम
राज्य में अब ड्राइविग लाइसेंस के लिए कार ड्राइविग ट्रेनिग स्कूलों से प्रशिक्षण प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी जिले के आरटीए को कार ट्रेनिग सेंटर अथवा स्कूल को चेक करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यालय के आदेश पर ट्रेनिग सेंटर अथवा स्कूल जांच करने की बजाय शुक्रवार को आरटीए कार्यालय में बैठक कर नियमों का पाठ पढ़ाकर औपचारिकता पूरी कर दी गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला : राज्य में अब ड्राइविग लाइसेंस के लिए कार ड्राइविग ट्रेनिग स्कूलों से प्रशिक्षण प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी जिले के आरटीए को कार ट्रेनिग सेंटर अथवा स्कूल को चेक करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यालय के आदेश पर ट्रेनिग सेंटर अथवा स्कूल जांच करने की बजाय शुक्रवार को आरटीए कार्यालय में बैठक कर नियमों का पाठ पढ़ाकर औपचारिकता पूरी कर दी गई। जांच के लिए आरटीए के इंस्पेक्टर सहित तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। जबकि औचक निरीक्षण करके नियमों की अनदेखनी करने वाले संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे।
अनिवार्यता के साथ मुख्यालय अथवा जिले के आरटीए कार्यालय में रजिर्स्ड कार ड्राइविग ट्रेनिग स्कूल से 21 दिन का प्रशिक्षण के बाद आवेदक को प्रमाणपत्र एसडीएम आफिस में लगाना होगा। जब तक रजिटर्ड ट्रेनिग स्कूल से प्रमाणपत्र नहीं होगा तब तक लाइसेंस का आवेदन स्वीकार नहीं होगा। यह सब अकुशल चालकों के कारण हो रहे सड़क हादसों पर विराम लगाने के लिए सरकार ने किया है। साथ ही मुख्यालय से सभी जिलों के आरटीए सचिव को कार ड्राइविग ट्रेनिग स्कूल अथवा सेंटर को चेक करने का निर्देश दिया गया है। ऐसे में सेंटर व स्कूलों की जांच करने की बजाय आरटीए कार्यालय में बैठक करके अंबाला में औपचारिकता पूरी की गई है।
परिवहन मुख्यालय से लेकर सचिव आरटीए अंबाला को लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि अंबाला शहर, छावनी, नारायणगढ़ और बराड़ा क्षेत्र में कई कार ड्राइविग ट्रेनिग स्कूल बिना पंजीकरण के हैं। अब आरटीए ऐसे संचालकों पर नकेल कसने की योजना पर काम शुरू किया है। क्योंकि इनके पास नियमानुसार सुविधाएं और ट्रेंड स्टाफ नहीं होता है।
---------------- रजिर्स्ड सेंटर के संचालकों के साथ बैठक
अंबाला आरटीए सचिव गौरी मिड्डा ने बताया कि आरटीए अंबाला कार्यालय में रजिस्टर्ड कार ट्रेनिग स्कूल संचालकों के साथ बैठक की गई। बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह नियमानुसार कार्य करें। नियमों की जांच के लिए आरटीए के इंस्पेक्टर, टीएसआइ सहित तीन सदस्यों की टीम भी गठित की गई है।
-------------- रजिस्टर्ड सेंटर में भी ड्राइविग की ट्रेनिग के लिए आरटीए से मिली सूची को एसडीएम कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया है। ट्रेनिग के लिए सरकार ने फीस भी निर्धारित किया है। अगर कोई संचालक नियम विरुद्ध कार्य करता मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- सचिन गुप्ता, एसडीएम अंबाला।