शिकायतों को दरकिनार कर एसडीओ बढ़ाता रहा ठेकेदार का टेंडर, गोलमाल
सुनील बराड़, अंबाला बब्याल सब डिवीजन का एसडीओ अपने स्टाफ की शिकायतों को दरकिनार कर
सुनील बराड़, अंबाला
बब्याल सब डिवीजन का एसडीओ अपने स्टाफ की शिकायतों को दरकिनार कर कंगाल ठेकेदार का टेंडर हर साल बढ़ाता रहा। यह टेंडर एक वाहन का है जिसमें सवार होकर बिजली कर्मी शिकायत ठीक करने जाते हैं। लेकिन ठेकेदार बीते दो साल से मनमानी कर रहा है। जेई से लेकर फोरमैन तक वाहन को लेकर जाने के लिए फोन करते हैं तो उनके साथ बदसलूकी की जा रही है। इतना ही नहीं वाहन में तेल तक नहीं होता। इसीलिए यह वाहन बीते एक सप्ताह से महेश नगर में बिजली निगम के शिकायत केंद्र के बाहर खड़ी है। ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर सब डिवीजन के फील्ड कर्मी अनुबंध हो गए हैं और एसडीओ के साथ-साथ एक्सईएन को मामले की शिकायत दी है।
जेई ईश्वर कुमार, दुर्गादीन, मेहर दास, सतीश कुमार, अरुण कुमार, सुख¨वद्र कुमार, कंवरपाल, प्रवीण कुमार, गुरमीत राणा, विकास पाल, राज कुमार बंसल, अजय कुमार, संदीप कुमार, नवीन कुमार, परितोष पांडेय, अरुण कुमार और सतीश कुमार समेत ने बताया कि बिजली के फॉल्ट ठीक करने की शिकायतें आने पर मौके पर जाना पड़ता है और वाहन में वह अपना सामान और सीढ़ी रख लेते हैं जिससे फॉल्ट जल्दी ठीक हो जाता है। लेकिन बीते दो साल से ठेकेदार परेशान कर रहा है जिसके बारे में पहले भी शिकायत की जा चुकी है। उधर, एक्सईएन ने कहा कि एसडीओ की अनुशंसा पर ही टेंडर एक्सटेंड होता है यूएचबीवीएन के नियमों के मुताबिक ही टेंडर अलॉट किया गया है और मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है।
दस्तावेज न ही डीजल गाड़ी
सब डिवीजन के स्टाफ का आरोप है कि ठेकेदार के जिस वाहन को लेकर वह दिन-रात सड़कों पर घूमते हैं उसके कोई दस्तावेज नहीं है। इतना ही नहीं कहीं जाना होता है तो उसमें डीजल नहीं होता। इतना ही नहीं अब तो ड्राइवर भी वाहन में मौजूद नहीं होता। इस मामले पर एसडीओ और एक्सइएन कार्यालय की ओर से लीपापोती की जा रही है।स्टाफ का आरोप है कि जब भी जरूरत पड़ने वह ठेकेदार को वाहन के लिए फोन करते हैं तो वह बदसलूकी करता है। इस संबंध में पहले एसडीओ के साथ-साथ एक्सइएन को पत्र लिखा जा चुका है। लेकिन महज चेतावनी देकर ही ठेकेदार को छोड़ दिया जाता है।
दो साल से आ रही है समस्या
सब डिवीजन का स्टाफ ठेकेदार के खिलाफ अक्टूबर 2016 से शिकायत करते आया है जिसके आधार पर एक्सइएन ने 14, 27 अक्टूबर 2016 और 29 मई 2017 को स्टैंडर्ड इलेक्ट्रॉनिक वर्कर्स और एसडीओ बब्याल को लिखे पत्र का हवाला देकर 22 फरवरी 2018 को स्टाफ की शिकायत पर एसडीओ से अनियमितता के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी ताकि जुर्माने की कार्रवाई की जा सके। लेकिन एसडीओ ने एक्सईएन का पत्र दबाकर टेंडर बढ़ाने की अनुशंसा करता रहा।