बारिश से छावनी की कई कॉलोनियों में रहा ब्लैक आउट

अंबाला छावनी की कई कॉलोनियों में रातभर ब्लैक आउट की स्थिति बनी रहीं। एक्सईएन कार्यालय अंबाला छावनी के तीन सब डिवीजन से जुड़े बिजली उपभोक्ता रात भर परेशान रहे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 01:06 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 01:06 PM (IST)
बारिश से छावनी की कई कॉलोनियों में रहा ब्लैक आउट
बारिश से छावनी की कई कॉलोनियों में रहा ब्लैक आउट

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी की कई कॉलोनियों में रातभर ब्लैक आउट की स्थिति बनी रहीं। एक्सईएन कार्यालय अंबाला छावनी के तीन सब डिवीजन से जुड़े बिजली उपभोक्ता रात भर परेशान रहे। सबसे बुरा हाल बब्याल सब डिवीजन का था जिसके चार फीडर बारिश में फॉल्ट के चलते बंद रहे। यह फीडर इंडस्ट्रीयल एरिया सब स्टेशन 66 केवी से चलते हैं।

प्रभु प्रेमपुरम के साथ-साथ रामपुर फीडर, बब्याल और ब्राह्मण माजरा फीडर की बिजली सप्लाई पूरी रात गुल रही। प्रभु प्रेम फीडर की बिजली सप्लाई फॉल्ट के चलते मंगलवार दोपहर को दुरुस्त हुई। इसी प्रकार बब्याल फीडर से जुड़े एरिया में लो-वोल्टेज और बिजली सप्लाई गुल होने की स्थिति सोमवार साढ़े 12 बजे से परेशान करती है। फीडर से जुड़ी दर्जनों कॉलोनियों में बिजली की सप्लाई रात भर बंद रहीं। यहां पर भी बिजली सप्लाई मंगलवार दोपहर साढ़े 3 बजे ठीक हुई। इसी प्रकार ब्राह्मण माजरा फीडर की बिजली सप्लाई सोमवार रात को 10 बजे से गुल हो गई थी और मंगलवार 11 बजे सुचारु हुई। इस फीडर से सलारहेड़ी, नग्गल, खोजकीपुर, प्रोफेसर कॉलोनी, करधान, ब्राह्माण माजरा में रात भर ब्लैक आउट रहा। बिजली उपभोक्ता रात भर बिजली गुल होने की शिकायत बिजली निगम के अधिकारियों से फोन पर करते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं। इसीलिए बिजली उपभोक्ताओं में बिजली गुल होने पर रोष की स्थिति पैदा हो गई है।

फिसल कर गिर रहे हैं वाहन चालक

महेश नगर के विष्णु गार्डन और दयाल बाग में सीवरेज कार्य के चलते सड़कों पर कीचड़ की स्थिति पैदा हो गई है। कॉलोनी निवासी सोनिका, अनु, शारदा, सोनिया, कुल¨वद्र और राधा ने बताया कि सीवरेज डालने वाले इंजीनियर अरुण से जब उन्होंने शिकायत की तो उसने कहा कि एक दो दिन में सड़क बना देंगे। लेकिन सड़क आज तक नहीं बनी।सड़क पर मिट्टी गिरी होने से कीचड़ में वाहन चालक फिसल कर गिर रहे हैं लेकिन न तो नगर निगम सुनवाई कर रहा है और न ही निर्माण एजेंसी। महिलाओं ने बताया कि जब एजेंसी उनकी सड़क के बाद दूसरी सड़कों को बना सकती है तो उनकी सड़क क्यों नहीं बनाई जा रही है। यह समझ में नहीं आ रही है। इसीलिए यदि जल्द उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सभी महिलाएं निगम आयुक्त से मिलेगी। यदि समाधान नहीं हुआ तो धरना देने से भी पीछे नहीं हटेंगी।

chat bot
आपका साथी