हाईवे पर बैरिकेड्स तोड़ किसानों ने दिल्ली किया कूच, छह घंटे हाईवे जाम

तीन किसान कानूनों के विरोध में सड़कों पर उतरे किसानों ने अंबाला-दिल्ली हाईवे पर मोहड़ी के नजदीक बैरिकेड्स तोड़ डाले। पुलिस बल की तैनाती के बावजूद हाईवे पर छह घंटे जाम लगा दिया। -रैपिड एक्शन फोर्स चार घंटे तक तैनात पुलिस ने ड्रोन से रखी किसानों पर निगाहें -किसान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 06:01 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 06:01 AM (IST)
हाईवे पर बैरिकेड्स तोड़ किसानों ने दिल्ली किया कूच, छह घंटे हाईवे जाम
हाईवे पर बैरिकेड्स तोड़ किसानों ने दिल्ली किया कूच, छह घंटे हाईवे जाम

-रैपिड एक्शन फोर्स चार घंटे तक तैनात, पुलिस ने ड्रोन से रखी किसानों पर निगाहें -किसानों ने वीडियो बनाई, सड़क पर बैठ कर लंगर चलाया -मंच से किसान नेता ट्रालियां छोड़ने की बात करते रहे, अंजाम भुगतने तक की चेतावनी दे डाली

जागरण संवाददाता, अंबाला : तीन किसान कानूनों के विरोध में सड़कों पर उतरे किसानों ने अंबाला-दिल्ली हाईवे पर मोहड़ी के नजदीक बैरिकेड्स तोड़ डाले। पुलिस बल की तैनाती के बावजूद हाईवे पर छह घंटे जाम लगा दिया। करीब 45 मिनट के बाद डेढ़ हजार से अधिक किसान ट्रालियों में सवार होकर दिल्ली की तरफ कूच करने लगें, तो पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछारें मारी। किसान इसकी परवाह किए बिना भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में दिल्ली की तरफ बढ़ गए। कोविड 19 के नियमों का पालन नहीं दिखा।

इस तरह से शुरू हुआ आंदोलन

सुबह करीब नौ बजे से ही किसान अंबाला-दिल्ली हाईवे पर मोहड़ा मंडी के नजदीक एकत्रित होने लगे थे। इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा। किसान नेताओं ने यहां पर गाड़ी से ही किसानों को संबोधित करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते सैंकड़ों किसान एकत्रित हो गए। करीब ढाई घंटे तक यहां पर किसान नेताओं ने किसानों को संबोधित किया। धीरे-धीरे किसान नेताओं के अंदाज तल्ख होते गए। करीब एक बजे किसानों ने मोहड़ा मंडी के पास से हाईवे पर आकर दिल्ली की ओर कूच किया। किसानों ने दिखाई तल्खी

दिल्ली कूच को लेकर पुलिस ने किसानों को मोहड़ा मंडी से जाने दिया। अंबाला-दिल्ली हाईवे पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी व जिलाध्यक्ष मलकीत सिंह के नेतृत्व में दिल्ली की ओर चल दिए। मोहड़ी के नजदीक पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रखे थे। किसान सीमेंट के बैरिकेट्स भी हटाने लगे। इसी दौरान पुलिस ने आधे घंटे का समय मांगा ताकि सरकार से बातचीत की जाए। गुरनाम सिंह ने किसानों को हाईवे पर ही बैठने को कह दिया, जहां किसानों ने लंगर भी लगाया। करीब 45 मिनट बाद किसानों ने फिर दिल्ली की ओर कूच किया। पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल

पुलिस ने इस 45 मिनट के दौरान अपनी रणनीति तय की। अफसरों ने किसी भी तरह के बल प्रयोग न करने को कहा। इसके बाद जैसे ही किसान आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की तेज बौछारें शुरू कर दीं। इसकी परवाह किए बिना ही किसान अपने वाहनों को आगे ले गए। करीब सात मिनट तक पानी की बौछारें डाली गईं। रेंगते रहे वाहन

किसान आंदोलन के चलते अंबाला-दिल्ली हाईवे जाम रहा। इस दौरान वाहन रेंगते रहे जबकि कुछ ने तो हाईवे से सर्विस लेन पर आकर आगे जाने की कोशिश की। दुखेड़ी प्वाइंट पर इन वाहनों को दुखेड़ी की ओर डायवर्ट कर दिया गया। कई वाहन तो सर्विस लेन पर आने की कोशिश में फंस भी गए। आरएएफ की टीम बुलाई

डीएसपी अंबाला कैंट रामकुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। इस दौरान रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की टीम भी बुलाई गई थी, जबकि करीब चार घंटे के बाद उसे वापस भेज दिया गया। पुलिस ड्रोन से भी किसानों पर निगाह रखती दिखी। -----------

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