100 साल पहले लीज पर दिए Old grant के 22 बंगले वापस लेगी सेना, सूची DEO को सौंपी

सेना 100 साल पहले लीज पर दिए बंगले खाली कराएगी। इनके बदले जिन्हें लीज पर दिए गए थे उन्हीं को ही फिर से 500 गज के प्लॉट पर आशियाना बनाकर दिया जाएगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 11:12 AM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 09:21 AM (IST)
100 साल पहले लीज पर दिए Old grant के 22 बंगले वापस लेगी सेना, सूची DEO को सौंपी
100 साल पहले लीज पर दिए Old grant के 22 बंगले वापस लेगी सेना, सूची DEO को सौंपी

अंबाला [दीपक बहल]। करीब 100 साल पहले लीज पर दिए गए छावनी के सेना क्षेत्र स्थित ओल्ड ग्रांट (Old grant) के 22 बंगलों को सेना खाली कराएगी। इसके लिए कागजी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन बंगलों के नंबर और सर्वे नंबर सेना ने Defense estate officer (डीईओ) कार्यालय को सौंप दिए हैं। जिन बंगलों को खाली कराया जाएगा, उसमें रहने वालों को दूसरी जगह पांच सौ गज के प्लॉट पर आशियाना बनाकर दिया जाएगा। यह सुविधा सिर्फ उन्हीं को मिलेगी, जिन्हें बंगला अलॉट हुआ हो। यदि बंगला किराये पर लिया हो या फिर दो नंबर में खरीदारी की गई होगी तो ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

सेना क्षेत्र स्थित बड़े-बड़े बंगले ओल्ड ग्रांट लीज पर करीब 100 साल पहले दिए गए थे। इन बंगलों में मौजूदा समय में कौन रह रहा है, इसका पता न तो सेना को है, न खुफिया एजेंसियों को। कुछ बंगले खंडहर हो चुके हैं। अब सुरक्षा की दृष्टि से सेना नहीं चाहती कि इन बंगलों में सिविलियन रहें। इन्हें खाली कराने के लिए कई सालों से सेना और डीईओ कार्यालय में पत्राचार चल रहा है। सेना ने जिन 22 बंगलों की सूची डीईओ कार्यालय को सौंपी है, इसमें उन बंगलों के नंबर भी शामिल किए गए हैं, जिनकी गैरकानूनी ढंग से खरीद-फरोख्त हुई है।

पुरानी फाइलें खंगालकर दिया जाएगा पांच सौ गज का प्लॉट

सेना बंगलों को खाली कराने के बाद लोगों को आशियाने बनवाकर देगी। इसके लिए डीईओ कार्यालय ने अपना रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है, ताकि यह पता लग सके कि बंगला नंबर और सर्वे किस व्यक्ति को अलॉट किया गया था। जिसे अलॉट किया गया था, यदि उसी का परिवार बंगले में रह रहा है तो पांच सौ गज का अन्य स्थान पर आशियाना बनाकर दिया जाएगा। जिन लोगों ने बंगले किराये पर या फिर अन्य से खरीद रखे हैं, उनमें हड़कंप मच गया है।

इस तरह दी जाती है जमीन

सेना क्षेत्र में दो तरह की प्रॉपर्टी लीज और ओल्ड ग्रांट पर दी गई थी। ओल्ड ग्रांट जमीन 100 साल पहले शर्तों पर दी गई थी, जिस पर लोगों ने आशियाने बना लिए थे। यही कारण है कि अब इन बंगलों को खाली कराने के बाद लोगों को पांच-पांच सौ गज के प्लॉट पर मकान बनाकर दिए जाएंगे। मौजूदा समय बंगलों की लोकेशन माल रोड और सेना क्षेत्र में है, ऐसे में बंगलों में रह रहे लोग नहीं चाहते कि यह खाली हों। हालांकि जब भी बंगले अलॉट किए गए थे, उस समय स्पष्ट शर्तें बता दी गई थी कि जब सेना को जरूरत होगी इन्हें खाली करवा लिया जाएगा।

10 साल पहले शुरू हुई खाली कराने की कवायद

करीब 10 साल पहले इन बंगलों को खाली कराने के लिए सेना और डीईओ कार्यालय में पत्राचार शुरू हुआ था। अब बंगलों के नंबर और सर्वे नंबर सेना ने डीईओ कार्यालय को बता दिए हैं, जिन्हें खाली कराना है। इन्हें खाली कराने का कारण सेना जब भी डीईओ कार्यालय को बता देगी, तभी से बंगलों को खाली कराने की प्रक्रिया और तेज कर दी जाएगी। 

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