शराब तस्करी पर विज सख्त, आबकारी अधिकारी सुस्त

प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज जहां शराब तस्करी पर पुलिस अधिकारियों की खिचाई कर निष्पक्ष जांच के आदेश जारी कर चुके हैं वहीं आबकारी विभाग के अधिकारी सुस्त पड़े हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 06:50 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 06:50 AM (IST)
शराब तस्करी पर विज सख्त, आबकारी अधिकारी सुस्त
शराब तस्करी पर विज सख्त, आबकारी अधिकारी सुस्त

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज जहां शराब तस्करी पर पुलिस अधिकारियों की खिचाई कर निष्पक्ष जांच के आदेश जारी कर चुके हैं, वहीं आबकारी विभाग के अधिकारी सुस्त पड़े हैं। पुलिस की जांच में आबकारी विभाग के अधिकारियों का सुस्त रवैया कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है। अंबाला शहर से सटे गांव तसिबली में शराब ठेके के बगल में मिली करीब 700 पेटी शराब मिलने के मामले में आबकारी विभाग ने 24 घंटे बाद भी पुलिस को लेखा-जोखा नहीं दिया है। उधर, मंडोर गांव में शराब तस्करी के मामले में गिफ्तार प्रदीप मित्तल की जमानत याचिका पर 5 अक्तूबर तक फैसला सुरक्षित रख लिया है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है।

बता दें कि पंजोखरा पुलिस को तसिबली में शराब ठेके के पास करीब सात सौ पेटी मिली थी। पुलिस ने आबकारी विभाग की टीम को मौके पर बुलाया और शराब की बोतलों की गिनती की। ये बोतलें स्टॉक से अधिक हैं या नहीं, इसका लेखा-जोखा आबकारी विभाग के पास है। दूसरा दिन भी बीत जाने के बाद भी आबकारी विभाग के अधिकारियों ने स्टॉक का रिकॉर्ड पुलिस को नहीं दिया। यही कारण है कि अब तक इस मामले में मुकदमा दर्ज होगा या फिर जुर्माना लगेगा, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं आबकारी विभाग के अधिकारियों की एक महीना, पंद्रह दिन और सप्ताह में ठेकों के निरीक्षण कर रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी है, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। उधर, पंजोखरा थाना प्रभारी मोहन लाल ने बताया कि इस मामले में आबकारी विभाग से रिकॉर्ड नहीं मिला है।

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दूसरे कार्य में व्यवस्तता के चलते ठेके की शराब के स्टॉक का मिलान नहीं हो पाया है। थोड़ा समय लगेगा। मिलान के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

- बलबीर सिंह, इंस्पेक्टर, आबकारी विभाग

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