100.2 एमएम बारिश में जलमग्न हुआ अंबाला शहर
सोमवार को पूरे दिन मौसम का मिजाज बदला रहा। सुबह से शुरू हुई बारिश दोपहर बाद तक हुई। जिले में सोमवार को 100 एमएम (मिलीमीटर) बरसात रिकार्ड की गई। झमाझम बारिश से ट्विन सिटी पानी-पानी हो गया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : सोमवार को पूरे दिन मौसम का मिजाज बदला रहा। सुबह से शुरू हुई बारिश दोपहर बाद तक हुई। जिले में सोमवार को 100 एमएम (मिलीमीटर) बरसात रिकार्ड की गई। झमाझम बारिश से ट्विन सिटी पानी-पानी हो गया। सड़कें तालाब सी शक्ल में नजर आई। ग्रामीण इलाकों में भी जलभराव देखने को मिला। अंबाला कैंट की हाउसिग बोर्ड कालोनी की हर सड़क पर पानी भरा रहा, जबकि हाईवे पर सड़क किनारे कार तक धंस गई। बरसात बंद होने के बाद भी पानी की निकासी ठीक से नहीं हो पाई। प्रशासनिक व्यवस्थाएं इस पहली झमाझम बरसात में ही बह गईं। उल्लेखनीय है कि प्रशासन बीते कई माह से मानसून को लेकर तैयारियां कर रहा था कि जलभराव न हो, लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।
--------------
नगर निगम परिसर में पहुंचा बरसात का पानी
अंबाला शहर में जगाधरी गेट स्थित नगर निगम कार्यालय में बरसात का पानी पहुंच गया। निगम कार्यालय में पानी भरा होने से यहां के कर्मचारियों और आने जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां पर पानी निकासी का कोई स्थाई व्यवस्था न होने से हर बरसात में समस्या होती है।
--------------
हाउसिग बोर्ड और डेहा कालोनी में जलभराव
कैंट के हाउसिग बोर्ड, कस्तूरबा कालोनी, कस्तूरबा कालोनी, पटेल नगर, महेश नगर की सड़कों पर पानी भरा रहा। कुछ घरों का लेवल सड़क के लगभग बराबर है, जिससे लोगों की धड़कनें भी बढ़ी रहीं। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। इन कालोनियों में रहने वाले सुबह जब घर से निकले तो सब ठीक रहा, लेकिन जब वह दोपहर बाद लौटे तो नजारा बिल्कुल अलग था और चारो तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा था। इसी तरह छावनी के गोविदनगर, सुभाष कालोनी, पटेलनगर, लक्की विहार सहित आधा दर्जन से अधिक कालोनियों और मुहल्लों में जलभराव की समस्या बनी रही। पानी की समुचित निकासी का प्रबंध न होने से यहां पर रहने वालों ने नगर परिषद प्रशासन से जलनिकासी का स्थाई प्रबंध करने की मांग की है।
------------
परेशान रहे पंजाबी मुहल्ले के लोग
कैंट में सदर बाजार के साथ निकलसन रोड के किनारे बसे पंजाबी मुहल्ले में तो स्थिति सबसे खराब रही। यहां रहने वालों के लिए सोमवार का दिन कष्टकारी साबित हुआ। लोगों ने बताया कि पिछले साल की बरसात में पानी जमा होता था, लेकिन करीब एक घंटे में निकल जाता था, लेकिन इस बार तो जगह जगह सीवरेज के नाम पर खुदाई होने से समस्या और भी बढ़ गई है।
-------------
इंडस्ट्रियल एरिया में भरा पानी
इंडस्ट्रियल एरिया में पिछले साल की तरह एक बार फिर बरसात का पानी भर गया। यहां के फैक्ट्रियों और कंपनियों में काम करने वाले वाले अधिकारी कर्मचारी को सुबह पानी में घुसकर जाना पड़ा और छुट्टी होने पर वापस भी वही जद्दोजहद करनी पड़ी। कंपनी और फैक्ट्री मालिकों ने अपने स्तर से पंप सेट लगाकर पानी निकालने की योजना बना रहें हैं।
----------------
मिट्ठापुर की दुकानों में घुसा पानी
अंबाला साहा हाईवे पर स्थित मिट्ठापुर चौक के किनारे बनी दुकानों में बरसात का पानी घुस गया। स्थानीय दुकानदारों से लेकर ग्रामीणों ने कहा कि जब से हाइवे चौड़ीकरण का कार्य हुआ है, तभी से यह समस्या उत्पन्न हो गई है। क्योंकि हाइवे बनाते समय ड्रेन दुकान की लेबल से करीब पांच फिट ऊंचा है इस वजह से पानी की निकासी नहीं हो रही है।