व‌र्ल्ड टॉयलेट डे पर सभी शौचालयों की होगी चेकिंग, दो को मिलेगा बेस्ट अवॉर्ड: रितु

ट्विन सिटी को ओडीएफ मुक्त कराने के लिए दिनरात प्रयास कर रही टीम, 98 फीसद लक्ष्य पूरा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 12:52 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 12:52 AM (IST)
व‌र्ल्ड टॉयलेट डे पर सभी शौचालयों की होगी चेकिंग, दो को मिलेगा बेस्ट अवॉर्ड: रितु
व‌र्ल्ड टॉयलेट डे पर सभी शौचालयों की होगी चेकिंग, दो को मिलेगा बेस्ट अवॉर्ड: रितु

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: व‌र्ल्ड टॉयलेट डे पर ट्विन सिटी के सभी सुलभ शौचालय विशेष तौर पर चेक किए जाएंगे। इतना ही नहीं जो दो टॉयलेट सबसे अच्छे मिलेंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा ताकि इनकी तर्ज पर दूसरे टॉयलेट को भी जनता और उनके संचालक साफ रखने के लिए अधिक प्रयास करें। ओडीएफ की को-ऑर्डिनेटर रितु ने साप्ताहिक साक्षात्कार के दौरान यह बात कही। दैनिक जागरण संवाददाता उमेश भार्गव से विशेष बातचीत में उन्होंने विभिन्न सवालों के जवाब दिए, जोकि इस प्रकार हैं:- - प्रश्न: ट्विन सिटी को ओडीएफ घोषित हुए करीब एक साल से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन आज भी जनता खुले में शौच कर रही है?

उत्तर: हां, ओडीएफ घोषित किया जा चुका है लेकिन कुछ बाहरी लोग खुले में शौच करते पाए जाते हैं। इसी कारण अब हम 98 फीसदी लक्ष्य ही पूरा कर पाए हैं हालांकि यह भी बहुत बड़ी बात है। हमारा प्रयास रहेगा कि इस 2 फीसद जनता को भी ऐसा करने से रोका जाए। हमारी मेहनत रंग भी ला रही है। प्रश्न: क्या दिक्कतें आ रही हैं जिले को ओडीएफ करने में?

उत्तर: अभी तक ज्यादा दिक्कतें नहीं रही क्योंकि ज्यादातर लोगों ने शौचालय बनवा लिए हैं। जो नहीं बनवा पाए वह सामुदायिक शौचालयों का प्रयोग कर रहे हैं। सबसे बड़ी दिक्कत बाहरी लोग हैं जोकि सीजन में आते हैं। जैसे मंडी के मजदूर। इन्हें समझाना सबसे मुश्किल होता है लेकिन हम फिर भी जी जान से लगे हैं। प्रश्न: कितने लोगों के शौचालय आप ट्विन सिटी में अभियान के तहत बनवा चुके हैं?

उत्तर: करीब 4750 लोगों को हम इस अभियान के तहत 6 हजार और 12 हजार रुपये की राशि दे चुके हैं। करीब 5 हजार से ज्यादा लोगों ने खुद अभियान से प्रेरित होकर शौचालय बनवाए हैं? प्रश्न: सबसे बड़ी दिक्कत आप क्या मानते हैं, क्यों करना पड़ रहा है इतना प्रचार-प्रसार?

उत्तर: जागरूकता की कमी ही सबसे बड़ी दिक्कत है और इसी कारण प्रचार-प्रसार बार-बार करना पड़ रहा है। प्रश्न: क्या शिक्षा की कमी इसका सबसे बड़ा कारण है?

उत्तर: हां यह भी एक बड़ा कारण है लेकिन ऐसा नहीं है कि पढ़े लिखे लोग नियमों की उल्लंघना नहीं करते। ऐसे-ऐसे लोगों के हमने चालान काटे हैं जो आलीशान भवनों में रह रहे थे लेकिन खुले में शौच जाते थे, क्योंकि उन्हें आदत ही नहीं थी शौचालय इस्तेमाल करने की। प्रश्न: व‌र्ल्ड टॉयलेट डे पर क्या कर रहे हैं इस बार आप?

उत्तर: ट्विन सिटी में एक-एक शौचालय को बेस्ट टायलेट घोषित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सभी शौचालयों पर दीये भी लगाए जाएंगे। प्रश्न: नियमों की उल्लंघना करने पर क्या कोई जुर्माना भी लगाया जा रहा है?

उत्तर: हां अभी तक करीब 40 हजार रुपये जुर्माना लगाया जा चुका है। अभी भी हम जुर्माना कर रहे हैं। इतना ही नहीं गली-मोहल्ले के लोगों के सामने उनके खुले में शौच जाने की बात को सार्वजनिक करते हैं ताकि शर्म के कारण वह भविष्य में ऐसा न करें। प्रोफाइल:- रितु का जन्म वर्ष 1979 में हुआ। एमए ¨हदी और बीएड करने के साथ-साथ वर्ष 2000 से सोशल कार्यों में जुट गई। इसके बाद खुद की समाज सेवा सोसायटी भी बनाई। खैरा गांव में आइडिया मिडल स्कूल खोला और उसकी ¨प्रसिपल बनीं लेकिन 2010 में आई बाढ़ के कारण काफी नुकसान होने से ब्रेन स्ट्रोक पड़ा और मरणासन्न स्थिति में पहुंच गई। हालांकि, ठीक होने के बाद फिर से समाजसेवा के कार्यो में जुट गई। 2015 में ग्रामीण क्षेत्र को खुले में शौच मुक्त करने का जिम्मा इन्हें दिया गया और ओडीएफ ग्रामीण का को-ऑर्डिनेटर बनाया गया। ग्रामीण क्षेत्र को ओडीएफ घोषित करने के बाद ट्विन सिटी का जिम्मा दिया गया। अब नगर निगम में डेढ़ साल से कार्यरत हैं।

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