18 साल बाद गोशाला बनाने के लिए फिर ब्राह्माण माजरा पहुंचा नगर परिषद

नगर परिषद अंबाला छावनी की डेयरियों को आबादी क्षेत्र से बाहर ले जाने के लिए जगह फाइनल तो कर ली है। मगर इस पांच एकड़ जमीन का रेट निर्धारित होना बाकी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:45 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:45 AM (IST)
18 साल बाद गोशाला बनाने के लिए फिर ब्राह्माण माजरा पहुंचा नगर परिषद
18 साल बाद गोशाला बनाने के लिए फिर ब्राह्माण माजरा पहुंचा नगर परिषद

जागरण संवाददाता, अंबाला : नगर परिषद अंबाला छावनी की डेयरियों को आबादी क्षेत्र से बाहर ले जाने के लिए जगह फाइनल तो कर ली है। मगर इस पांच एकड़ जमीन का रेट निर्धारित होना बाकी है। नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा पहले भी ब्राह्माण माजरा में डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए जगह देखी गई थी, लेकिन वहां पर नगर परिषद ने डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए इंकार कर दिया था। इसके अलावा चार स्थानों पर नगर परिषद ने और जमीन देखी। मगर कहीं पर भी बात नहीं बन सकी। इसमें जगाधरी रोड चम्पा राइस मील, उगाड़ा-बाड़ा, करधान सपला नदी के पास जमीन देखी गई। सभी जगह यह प्रोजेक्ट फेल हो गया। नगर परिषद को कोई भी जमीन पसंद नहीं आई। नगर परिषद ने कुछ माह पहले सरकार को पत्र लिखकर गोशाला के लिए जमीन मांगी। जिसके बाद गोशाला बनाने के लिए नगर परिषद को लंबे समय बाद फिर ब्राह्माण माजरा में ही जाना पड़ा।

----------------- पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने किया था शिलान्यास

पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने अपने कार्यकाल में अंबाला छावनी की डेयरियों के लिए करधान के पास 25 एकड़ जमीन दी। इस जमीन पर गोशाला के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास का पत्थर भी लगाया गया था, लेकिन बाद में नगर परिषद ने सपला नदी के कारण बाढ़ आने की समस्या बताकर इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। उसके बाद शिलान्यास का पत्थर भी हटा दिया गया।

--------------- उगाड़ा-बाड़ा में डिफेंस की लैंड के कारण प्रोजेक्ट हुआ फेल

अंबाला छावनी के पूर्व पार्षद हीरालाल यादव का कहना है कि नगर परिषद ने उगाड़ा-बाड़ा में भी गोशाला के लिए जमीन देखी, मगर यहां पर डिफेंस की लैंड के कारण प्रोजेक्ट फेल हो गया। इसके अलावा डेयरी संचालकों ने भी यहां पर जाने को मना कर दिया था। उसके बाद से नगर परिषद जमीन की तलाश में जुटा था। तब से जमीन की तलाश नहीं की गई। अब फिर से ब्राह्माण माजरा में डेयरी शिफ्ट करने के लिए जमीन फाइनल की गई है।

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