नौकर के बैंक अकाउंट का मिस यूज करते थे आरोपित
वकील सिकंदर सिंह से 2.10 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में आरोपितों के खिलाफ और भी परतें खुलने लगी हैं। आरोपित अनिल भल्ला जिन लोगों से विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करते थे उनके रुपये अपने खाते में डलवाने की बजाय अपने नौकर अनिल कुमार के बैंक खाते का मिस यूज कर डलवाते थे।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : वकील सिकंदर सिंह से 2.10 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में आरोपितों के खिलाफ और भी परतें खुलने लगी हैं। आरोपित अनिल भल्ला जिन लोगों से विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करते थे उनके रुपये अपने खाते में डलवाने की बजाय अपने नौकर अनिल कुमार के बैंक खाते का मिस यूज कर डलवाते थे। हालांकि नौकरी अनिल कुमार की मौत हो चुकी है, मगर आरोपित इस तरह की रकम कई लोगों से डलवा चुके हैं। शिकायतकर्ता वकील सिकदर सिंह के मुताबिक आरोपित अनिल भल्ला उर्फ काका, उसके बेटे आकाश भल्ला व पत्नी भावना भल्ला ऐसे लोगों को टारगेट करते थे जिनका टूरिस्ट वीजा लगा होता था। उसके बाद वह उन लोगों को वहां की पीआर दिलाने की बात का विश्वास दिलाकर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे।
शिकायतकर्ता सिकदर के मुताबिक आरोपित अनिल कुमार भल्ला उर्फ काका पर पहले भी करीब जगहों पर मुकदमे दर्ज हैं। इसमें एक मामला उमेश सिंह ने दर्ज करवाया था जिसमें उन्होंने 75 लाख की ठगी का आरोप लगाया था। इसी तरह एक अन्य आनंद कुमार ने 1.60 करोड का केस दर्ज करवाया था तथा पिजोर के सुरेंद्र गर्ग ने भल्ला के खिलाफ केस दर्ज करवाया था जिसमें उन्होंने अपने भाई भूषण गर्ग द्वारा आत्महत्या करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया था।
--------- इस तरह से पैसे किए थे ट्रांसफर
वकील सिकंदर सिंह के मुताबिक उसने 29 अगस्त 2018 को 90 लाख आरटीजीएस से ट्रांसफर किए और 10 लाख भावना भल्ला को नकद दिए। इसके बाद आरोपित उसे अपने साथ कनाडा ले गए थे। इसके बाद आरोपितों ने उसे वहां का घर, वर्क प्लेस दिखाया। इसके बाद उसने शेष राशि आरटीजीएस व नकद आदि माध्यम से दे दी। उसने शेष राशि भी मामा से उधार ली थी।
--------- आरोपितों को 2012 से जानता था पीड़ित
शिकायतकर्ता वकील सिकर सिंह के मुताबिक वह साल 2012 से आरोपित अनिल भल्ला व आकाश भल्ला व आकाश की पत्नी भावना भल्ला को जानता था। अनिल व आकाश ने उसे अंबाला व यमुनानगर में इमिग्रेशन का काम करने वाले राजेश व कनाडा में रहने वाले उसके साले जयंत से मिलवाया था। भल्ला ने बताया था कि वे उनके साथ अंदरखाते साझीदार हैं। जो कि लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। भल्ला परिवार को उसकी कनाडा में बसने की रुचि व वित्तीय क्षमता बारे पता था।