हादसे की वजह : चार विभागों की ज्वाइंट कमेटी 24 ब्लैक स्पॉट्स पर करेगी सर्च
जागरण संवाददाता अंबाला शहर हादसों में जान क्यों जा रही इसके पीछे क्या वजह रही। इस पर
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : हादसों में जान क्यों जा रही, इसके पीछे क्या वजह रही। इस पर चार विभागों की ज्वाइंट कमेटी उन 24 ब्लैक स्पॉट्स पर सर्च करेगी। बाकायदा इसको लेकर गत दिवस ब्लैक स्पॉट्स एरिया का सर्वे भी किया गया है। कमेटी को वहां कई प्रकार की खामियां जैसे साइन बोर्ड का न होना, गलत तरीके से बनाई पुलिया, गलत तरीके से बनाये गये ब्रेकर या फिर डिवाइडर आदि शामिल है। इन्हीं ब्लैक स्पॉट्स पर सबसे ज्यादा हादसे हुए और लोगों ने जान गंवाई। बता दें इस ज्वाइंट कमेटी में यातायात विभाग, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआइ और आरटीए विभाग हैं। यह चिह्नित किए गए 24 ब्लैक स्पॉट
शास्त्री कट एनएच-44, मोहड़ा, ओवर ब्रिज बलदेव नगर 152, जंडली ओवर ब्रिज एनएच-44, एम क्रॉसिग, छोटा खुड्डा एनएच-444ए, तेपला, मनका-मनकी एनएच-73(344), सुल्तानपुर कट एनएच-152, काली पल्टन एनएच-44, देवी नगर, मंजी साहिब गुरुद्वारा एनएच-44, धीन एनएच-73(344), कालपी, बलाना एनएच-65, कालका चौक एनएच-65, अंबाला चौक एनजीएच एनएच-72, धननाना एनएच-72, अधोया एसएच-4, डेहर अंबली एसएच-1, मारकंडा पुल एसएच-1 तथा सब्जी मंडी ओडीआर शामिल हैं। देहात में यह हैं डेंजर जोन
मुलाना में दोसड़का-बराड़ा बंसल पैलेस के सामने, एमएम रोड पर होली मार्ग, जगाधरी-मुलाना पर एमएम मोड़, अधोया चौक, कालपी चौक।। इसी तरह बराड़ा में त्रिवेणी चौक तथा साहा में मेन साहा चौक है। वहीं नारायणगढ़ में शहजादपुर मोड़, बस स्टैंड के पास, डैहर गांव के पास साढ़ौरा रोड पर, बपौली रोड पर बखुआ गांव के पास, इसी तरह शहजादपुर में एनएच-72 पर टी-प्वाइंट, नारायणगढ़ मोड़, वाई प्वाइंट पीडब्ल्यूडी कार्यालय के नजदीक तथा मुख्य बस स्टैंड के पास डेंजर जोन बने हुए हैं। जुर्माना भी बढ़ाया फिर नहीं हादसों में कमी
हादसों का ग्राफ कम करने के लिए सरकार ने जुर्माना दस गुना कर दिया। बावजूद इसके हादसों से सड़कें खून से लाल हो रही हैं। हालांकि 2019 में हादसे कम हुए हैं, परंतु सख्ती के बावजूद खासकर दोपहिया वाहन चालक नियमों को तोड़ते हुए दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। पुलिस की तरफ से चलाए गए जागरूकता अभियान भी कारगर नहीं रहे। ऐसे घोषित किया जाता है ब्लैक स्पॉट
बता दें जिस जगह पर 500 मीटर में पांच एक्सीडेंट हो जाते हैं उसमें दस लोगों की मौत हो जाती है तो वह जगह ब्लैक स्पॉट की श्रेणी में आ जाती है जिसे डेंजर जॉन भी कहा जाता है, इसलिए जिला में 24 स्थान ऐसे हैं जहां पर मौजूदा समय में सड़क हादसे हुए हैं जिनकी वजह से लोगों की जान गई, उन्हें ब्लैक स्पॉट एरिया घोषित कर दिया गया।