पांच बार लिम्का बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवा चुका 221 फुट ऊंचा रावण का पुतला
विश्व में ख्याति दिलाने व पांच बार लिम्का बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने वाले श्रीराम लीला क्लब ने तीन वषरें के बाद एक बार फिर रावण का पुतला दहन कार्यक्रम बनाया है।
बलकार सिंह, बराड़ा:
विश्व में ख्याति दिलाने व पांच बार लिम्का बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने वाले श्रीराम लीला क्लब ने तीन वषरें के बाद एक बार फिर रावण का पुतला दहन कार्यक्रम बनाया है। इसमें विश्व के सबसे 221 फीट ऊंचे रावण के पुतले का खिताब हासिल कर चुके श्री राम लीला क्लब इस बार 100 फीट ऊंचे पुतलें का दहन 15 अक्तूबर को करने जा रहा है। क्लब के संस्थापक तेजेंद्र चौहान ने कहा कि रावण के पुतले के दहन का कार्यक्रम बनाया है। उन्होंने बताया कि 100 फीट ऊंचे रावण के पुतले का रंग रूप 221 फीट ऊंचे रावण के पुतले जैसा ही होगा और जो सामग्री उस पुतलें में लगाई जाती थी, वहीं 100 ऊंचे पुतलें में लगाई जाएगी। पुतले में आतिशबाजी के साथ इसका दहन रिमोट कंट्रोल से ही किया जाएगा। बनने वाले इस रावण के पुतले पर करीब 10 लाख रुपये खर्च आएगा। तीन दिन होगा दशहरा महोत्सव
पहले जहां दशहरा महोत्सव पांच दिन का होता था, वहीं अब यह महोत्सव तीन दिन का होगा। तीन दिन चलने वाले इस दशहरा महोत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें और रावण दहन से पहले जबरदस्त आतिशबाजी का प्रबंध भी किया जा रहा है। इसके लिए शीध्र ही कलब राजेश सिगला, हनी पाहवा, विक्रम राणा, अनमोल खेत्रपाल आदि सदस्यों की बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के अलावा दशहरा महोत्सव के लिए स्थान का भी चयन किया जाएगा। 34 वर्षों से हो रहा है आयोजन
श्री रामलीला क्लब पिछले 34 वर्षो से दशहरा का आयोजन करता आ रहा है । चौहान ने बताया कि सन 1987 में श्री रामलीला क्लब की स्थापना की गई थी, जिसके तहत पहली बार 20 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। 2011 में 175 फीट, 2013 में 185 फीट, 2014 में 190 फीट, 2015 में 200 फीट व 2016, 2017 व 2018 में लगातार तार 210 फीट तथा 2019 में 221 फीट ऊंचे रावण के पुतले का निर्माण किया गया।