CRPF महिला कर्मियों ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से नवी मुंबई तक निकाली साइकिल रैली

सीआरपीएफ की महिला कर्मियों ने गुजरात के केवडिय़ा में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से नवी मुंबई तक साइकिल रैली में भाग लिया।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Fri, 13 Mar 2020 09:11 AM (IST) Updated:Fri, 13 Mar 2020 11:03 AM (IST)
CRPF महिला कर्मियों ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से नवी मुंबई तक निकाली साइकिल रैली
CRPF महिला कर्मियों ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से नवी मुंबई तक निकाली साइकिल रैली

सूरत, एएनआइ। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की महिला कर्मियों ने महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए गुजरात के केवडिय़ा में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से नवी मुंबई तक साइकिल रैली में भाग लिया। ये रैली 8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से शुरु हुई थी। 

गौरतलब है कि सीआरपीएफ की महिलाकर्मी इससे पहले भी कई साइकिल रैली के द्वारा संदेश दे चुकी हैं। जुलाई 2019 में सीआरपीएफ की साइकिल रैली ने 730 किमी. का सफर तय किया था, ये रैलीा गुजरात से जयपुर पहुंची थी। जयपुर के बिलोची में 69वीं बीएसएफ बटालियन कैंपस में इस रैली का भव्य स्वागत किया गया था। इस रैली का आयोजन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और सीआरपीएफ के 81वें स्थापना दिवस के अवसर पर किया गया था। 

 मिली जानकारी के अनुसार ये रैली स्वच्छचता जल संरक्षण और सामाजिक सदभावना के प्रति गुजरात से जागरुकता कार्यक्रम करते हुए, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के कई इलाकों से होते हुए संपन्न हुई थी। इस रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को तीनों मुद्दों के प्रति जागरुक करना था। जिससे आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ, स्वस्थ और संसाधनों से युक्त देश निर्माण में हर नागरिककी भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। 

इस रैली में सीआरपीएफ के गौरवमयी इतिहास केबारे में बताया गया, ये सीआरपीएफ देश की सबसे बड़ी पैरामिलिट्री फोर्स है। बता दें कि सीआरपीएफ की स्थापना 27 जुलाई 1939 में नीमच नाम की जगह पर हुई थी और इसी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रैली का आयोजन किया जा रहा है। सीआरपीएफ चुनौतियों का सामना करते  देश की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहती है।

सीआरपीएफ के द्वारा निकाली जा रही रैली के माध्यम में लोगों को जल संरक्षण का मैसेज दिया गया था। जिससे जल के दोहन को रोका जा सकेऔर लोग जल के महत्व को समझ सकें। ताकि आने वाले समय में हमें जल की कमी से न जूझना पड़े। क्योंकि जल से जीवन है और जल है तो कल है इस रैली का दूसरा संदेश स्वच्छता का था और तीसरा संदेश सामाजिक सद्भावना का था। सामाजिक सद्भावना के लिए सीआरपीएफ की एक अलगपहचान है इसी भावना से रैपिड एक्शन फोर्स का निर्माण किया गया है। 

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