Gujarat: गॉडमदर के बेटे ने कहा, कोई परेशान करे तो करें शिकायत
Gujarat गॉडमदर संतोकबेन जाडेजा के दबंग बेटे विधायक कांधल जाडेजा ने समाचार पत्र में विज्ञापन देकर कहा कि उसके नाम पर कोई परेशान करे या धमकी दे तो डरें नहीं। शिकायत नहीं करना चाहें तो कांधल ने अपना मोबाइल नंबर देकर उस पर मैसेज करने का आह्वान किया है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat: गुजरात में गॉडमदर संतोकबेन जडेजा के दबंग बेटे विधायक कांधल जडेजा ने समाचार पत्र में विज्ञापन देकर कहा कि उसके नाम पर कोई परेशान करे या धमकी दे तो डरें नहीं। इसमें कहा कि कोई जमीन कब्जा करे, पैसों की मांग करे या युवतियों को परेशान करे तो सीधे पुलिस से शिकायत करें। इंटरनेट मीडिया में कांधल के इस नए पैंतरे की खूब चर्चा हो रही है। कांधल जडेजा कुतियाणा - राणावाव से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने हैं। अचानक समाचार पत्र में विज्ञापन देकर उनके नाम पर धमकी देने, जमीन कब्जाने या विवाद सुलझाने व महिलाओं को परेशान करने वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की अपील खुद कांधल ने की है।
शिकायत नहीं करना चाहें तो कांधल ने अपना मोबाइल नंबर देकर उस पर मैसेज करने का आह्वान किया है। चूंकि 2017 के विधानसभा चुनाव परिणाम के दिन ही पुलिस थाने में दादागिरी के मामले में वह गिरफ्तार कर लिए गए थे। कांधल के खिलाफ पोरबंदर, जामनगर आदि जिलों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पोरबंदर व आसपास के इलाकों में कभी कांधल के पिता सरमण मुंजा का अवैध कारोबार चलता था, उसकी हत्या के बाद संतोकबेन ने कारोबार को संभाला तथा बाद में निर्दलीय विधायक चुनी गई। संतोकबेन के जीवन पर हिंदी फिल्म गॉडमदर बनी थी, उसके बाद से वह इसी नाम से प्रसिद्ध हो गई थी। कांधल उसी कुतियाणा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं।
गॉडमदर के नाम से फेमस थी गुजरात की ही लेडी डॉन संतोकबेन जडेजा
कहते हैं कि उन्होंने अपने पति सरमन मुंजा जडेजा की हत्या का बदला लेने के लिए बंदूक उठाई, पर बाद में पूरे पोरबंदर में एक संगठित अपराधिक गिरोह की सरगना बन गई। संतोकबेन को पहली महली माफिया डॉन भी माना जाता था। बताते हैं कि संतोकबेन पर 14 लोगों की हत्याओं का आरोप था हांलाकि उन्होंने अपनी छवि महिला राबिन हुड जैसी बना रखी थी। संतोकबेन पर 1999 में ण्क फिल्म गॉडमदर भी बनी थी, जिसमें उनका किरदार शबाना आजमी ने निभाया था और जिसे नेशनल अवॉर्ड भी मिला। वे गुजरात राज्य विधानसभा के कुतिया निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 1989 में विधायक भी चुनीं गईं। जिसके बाद वे वहां के महेर समाज की पहली महिला विधायक बनीं और 1994 तक पद पर रहीं। बाद में दो आरोपितों को पनाह देने के चलते उनकी इमेज को काफी धक्का लगा। संतोकबेन की 31 मार्च, 2011 को हार्टअटैक से मौत हो गई थी।