Gujarat: चंदन सोनार के साथियों को दबोचने वाली पुलिस टीम को दस लाख इनाम देंगे विजय रूपाणी
Gujarat चंदन सोनार के सात साथियों को दबोचने वाली पुलिस टीम को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 10 लाख के इनाम की घोषणा की है। गत 24 मार्च को आरोपितों ने दक्षिण गुजरात के एक बिल्डर का अपहरण कर 30 करोड की फिरौती मांगी थी।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat: पश्चिम बंगाल के कुख्यात अपहरणकर्ता चंदन सोनार के सात साथियों को दबोचने वाली पुलिस टीम को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 10 लाख के इनाम की घोषणा की है। गत 24 मार्च को आरोपितों ने दक्षिण गुजरात के एक बिल्डर का अपहरण कर 30 करोड की फिरौती मांगी थी। गुजरात विधानसभा में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नियम 116 के तहत सदस्यों को महत्वपूर्ण विषय की जानकारी देते हुए बताया कि 22 मार्च को वलसाड उमरगाम से बिल्डर जीतूभाई पटेल का सात बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। सूरत पुलिस, एटीएस, क्राइम ब्रांच, लोकल क्राइम ब्रांच तथा महाराष्ट्र पुलिस ने मिलकर अलग-अलग टीमें बनाकर वडोदरा से मुंबई तथा अन्य इलाकों के एक हजार सीसीटीवी फुटेज व फिरौती के लिए फोन किए गए।
सिम को ट्रेस करके 29 मार्च को वलसाड के नजदीक रत्नागिरी टेकरी के पास एक मकान में बंधक बनाकर रखे गए बिल्डर को सकुशल छुड़ा लिया था। मुख्यमंत्री ने बिल्डर को सुरक्षित छुड़ा लेने वाली पुलिस टीम को 10 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पकड़े गए सातों अपहरणकर्ता पश्चिम बंगाल की जेल में बंद कुख्यात अपहरणकर्ता चंदन सोनार के इशारे पर अपराध को अंजाम देते हैं तथा उनके खिलाफ गुजरात, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ व झारखंड में अपहरण व फिरौती 40 के करीब अपराध दर्ज हैं। पुलिस ने फिरौती का एक भी रुपया दिए बिना आधुनिक तकनीक व अभूतपूर्व संकलन का परिचय देते हुए बिल्डर को सकुशल छुड़ा लिया।
गौरतलब है कि गुजरात में सामाजिक कार्यकर्ता अमरा भाई बोरीचा हत्याकांड मामले में उच्च न्यायालय में पुलिस उपनिरीक्षक टीआर सोलंकी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। अमरा की पुत्री ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर सोलंकी को आरोपित मानकर गिरफ्तार करने की मांग की थी। निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने दलित सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या मामले को विधानसभा में उठाया था। उन्होंने गांधीनगर में इस हत्याकांड के विरोध में प्रदर्शन करने के साथ गुजरात के कई शहरों में घटना के विरोध में ज्ञापन भी दिए। विधायक मेवाणी इस मामले को लेकर राज्य सरकार तथा गृह राज्य मंत्री पर भी लगातार आरोप लगा रहे हैं। इस कारण यह मामला काफी हाई प्रोफाइल बनता जा रहा है।