अहमदाबाद में महिला को पति का कोरोना संक्रमण छिपाना महंगा पड़ा, डेढ़ लाख वसूलने वाले डाक्‍टर की खुली पोल

नकली दवा और नकली इंजेक्शन के बाद अब महानगर वासियों को नकली डॉक्टर का भी सामना करना पड़ रहा है। पूर्वी अहमदाबाद में रहने वाली 35 साल की एक महिला को पति का कोरोना संक्रमण छिपाना बहुत महंगा पड़ गया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 05:56 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 05:56 PM (IST)
अहमदाबाद में महिला को पति का कोरोना संक्रमण छिपाना महंगा पड़ा, डेढ़ लाख वसूलने वाले डाक्‍टर की खुली पोल
महिला को पति का कोरोना संक्रमण छिपाना बहुत महंगा पड़ गया

अहमदाबाद, राज्‍य संवाददाता। नकली दवा और नकली इंजेक्शन के बाद अब महानगर वासियों को नकली डॉक्टर का भी सामना करना पड़ रहा है। पूर्वी अहमदाबाद में रहने वाली 35 साल की एक महिला को पति का कोरोना संक्रमण छिपाना बहुत महंगा पड़ गया। फर्जी डॉक्टर ने डेढ़ लाख रुपए भी वसूल लिए और इलाज भी नहीं कर सका। महिला के रिश्तेदारों ने जब चिकित्सक से पूछताछ की तो पता चला कि वह एक कंपाउन्डर है तथा एक नर्स एक अन्य युवक के साथ मिलकर अहमदाबाद के पूर्वी इलाके में क्लीनिक खोलकर कोरोना संक्रमितों का उपचार करने लगाहै।

अहमदाबाद के अमराईवाडी पुलिस ने इस फर्जी डॉक्टर, एक नर्स व उनके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। खोखरा इलाके में रहने वाली एक महिला ने पुलिस को बताया कि अप्रैल 27 को उसके 45 वर्षीय पति कोरोना से संक्रमित हो गए थे उन्होंने एचआर सीटी स्कैन कराया जिससे कोरोना की पुष्टि हो गयी। महिला अपने पति के संक्रमण की बात छिपाना चाहती थी इसलिए उसने पड़ोसी से उसके एक परिचित डॉक्टर का नंबर मांगा जिसने उनकी मां का घर आकर इलाज किया था। पड़ोसी ने नरेंद्र पंड्या नामक व्यक्ति का नंबर देते हुए बताया कि वह डॉक्टर है, महिला ने फोन कर उसे घर बुलाया तो वह कोरोना का उपचार करने के लिए तैयार हो गया लेकिन प्रति विजिट उसने दस हजार रुपए की मांग रखी जिसे इस महिला ने स्वीकार कर लिया है। इस पैकेज में रोज सुबह नर्स घर पर आकर देखभाल करने के साथ दवा भी देती थी। करीब दस  दिन के उपचार के बाद ही जब पति की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो महिला ने अपने रिश्तेदारों को बताया और वह उसके घर आकर जब डॉक्टर से पूछताछ करने लगे तो उसने बताया कि वह एक कंपाउंडर है तथा एक नर्स के साथ मिलकर क्लीनिक चला रहा है। फर्जी डॉक्टर अब तक इस महिला से इलाज के नाम पर डेढ़ लाख रुपए ठग चुका है। 

महिला ने पति को 108 एंबुलेंस में ले जाकर  उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया तथा फर्जी डॉक्टर उसकी एक सहयोगी नर्स तथा एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ अमराईवाड़ी पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने फर्जी डॉक्टर, नर्स व उनके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच कर रही है पुलिस को पता चला है कि यह दोनों किसी प्राइवेट अस्पताल में काम करते हैं।  इनके तीसरे साथी का किसी भी मेडिकल फील्ड से  कोई ताल्लुक नहीं है। पुलिस इस मामले के साथ यह भी जांच कर रही है कि अब तक इस फर्जी डॉक्टर और कितने कोरोना संक्रमितों का उपचार किया है तथा उनमें से कितनों की मौत हो चुकी है।

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