Gujarat Local Body Election 2021: गुजरात स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा नेता की दो पत्नियां आमने-सामने
Gujarat Local Body Election 2021 पोरबंदर नगर पालिका के वार्ड तीन में उषाबेन सीडा भाजपा की उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस ने शांताबेन सीडा को प्रत्याशी बनाया है। ये दोनों ही महिलाएं भाजपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केशुभाई सीडा की पत्नी हैं।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। Gujarat Local Body Election 2021: गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव का रंग जमा हुआ है, लेकिन पोरबंदर नगर पालिका की वार्ड तीन में भाजपा नेता की दो पत्नियों के आमने-सामने आ जाने से मुकाबला रोमांचक हो गया है। पोरबंदर नगर पालिका के वार्ड तीन में उषाबेन सीडा भाजपा की उम्मीदवार हैं, जबकि कांग्रेस ने शांताबेन सीडा को प्रत्याशी बनाया है। ये दोनों ही महिलाएं भाजपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केशुभाई सीडा की पत्नी हैं। केशुभाई की पहली पत्नी उषाबेन जहां जिला पंचायत की सदस्य रह चुकी हैं, वहीं दूसरी पत्नी शांताबेन तहसील पंचायत की सदस्य रही हैं। अब दोनों के एक ही वार्ड में दो अलग दलों से आमने-सामने आ जाने से मुकाबला रोचक बन गया है। हालांकि केशुभाई अपनी पहली पत्नी उषाबेन के साथ हैं तथा कहते हैं कि कांग्रेस को यहां कोई प्रत्याशी नहीं मिलता, इसलिए उनकी पत्नी को ही टिकट दे दिया। उन्होंने गत दिनों दूसरे मकान में रह रही शांताबेन के घर के बाहर जाकर धमकी दी तथा तोड़फोड़ भी की, जिसके बाद शांताबेन ने उन के खिलाफ पुलिस केस कर दिया।
भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी तथा अन्य दलों के प्रत्याशी गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में कई रोचक तरीके अपना रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी जहां महंगाई तथा पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में कहीं बैलगाडी पर बैठकर चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं तो कहीं स्कूटर को बैलगाड़ी पर सवार कर उस पर बैठकर प्रचार कर रहे हैं। विधानसभा में नेता विपक्ष परेश धनाणी घरेलू गैस के दाम बढ़ोतरी का विरोध जताने को सिलेंडर पर बैठकर जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं, वहीं साबरकांठा में कांग्रेस प्रत्याशी बैलगाडी पर बैठकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ता नहीं बनें पुलिसकर्मी: परेश धनाणी
गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धनाणी ने राजकोट पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। धनाणी का आरोप है कि वह भाजपा के कार्यकर्ता बनकर कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है। धनाणी ने कहा कि भाजपा पुलिस वालों को अपना चपरासी समझती है, इसलिए पुलिस को यह समझना चाहिए कि उनका वेतन भाजपा कार्यालय से नहीं आता है।