गंभीर लापरवाही: मुस्लिम महिला का हिंदू रीति से हुआ अंतिम संस्कार, हिंदू महिला के शव को दफनाने का प्रयास
गुजरात के अहमदाबाद से सरकारी अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। यहां कोरोना संक्रमित मुस्लिम महिला के शव का हिंदूरीति से अंतिम संस्कार कर दिया गया वहीं एक हिंदू महिला के शव को दफनाने का प्रयास किया जा रहा था।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। सूरत के सरकारी अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही के चलते एक मुस्लिम महिला के शव का हिंदू रीति से अंतिम संस्कार कर दिया गया वहीं एक हिंदू महिला को दफनाने के लिए सौंपने का प्रयास किया गया। सूरत के सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमण के चलते 38 वर्षीय शबाना को भर्ती कराया गया था वही इसी वार्ड में सुशीला बेन नामक महिला भी भर्ती थी। शबाना के पुत्र अनीस अंसारी का कहना है कि 2 दिन पहले मां से फोन पर बात हुई तो वह काफी ठीक नजर आ रही थी लेकिन अस्पताल की व्यवस्थाओं से परेशान थी इसलिए वह किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती होने की इच्छा जता रही थी।
रविवार को जब परिवार उसकी जांच रिपोर्ट लेने पहुंचा तो अस्पताल प्रशासन ने पुरानी रिपोर्ट ही उनको थमा दी जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में फोन कर मां की जानकारी चाही तो बताया गया कि उनका निधन हो गया। जब यह परिवार शबाना अंसारी का शव लेने पहुंचा तो अस्पताल प्रशासन ने बताया कि उसकी डेड बॉडी तो पहले ही परिवार को सौंपी जा चुकी है। जब इस परिवार को पता चला कि उनकी शबाना का शव सुशीला बेन के परिवार वालों को सौंप दिया गया है तथा अब तक उसका हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। इससे नाराज परिवार ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया।
अनीश बताते हैं कि अस्पताल प्रशासन ने उन पर सुशीला का शव ले जाने का दबाव डाला। लेकिन वे इससे राजी नहीं हुई। मामला उजागर होने के बाद सूरत जिला कलेक्टर ने अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के साथ चर्चा कर इस मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है ताकि दोषियों को सजा दी जा सके।