Gujarat: मानहानि मामले में गुजरात की अदालत में आज पेश हो सकते हैं राहुल गांधी
Gujarat राहुल गांधी गुरुवार को गुजरात की एक अदालत में पेश हो सकते हैं। वह मोदी उपनाम से जुड़े आपराधिक मानहानि मामले में अंतिम बयान दर्ज करवा सकते हैं। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने बताया कि राहुल गांधी सुबह 10 बजे सूरत आकर 1230 बजे लौट सकते हैं।
सूरत, प्रेट्र। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को गुजरात की एक अदालत में पेश हो सकते हैं। वह 'मोदी उपनाम' से जुड़े आपराधिक मानहानि मामले में अंतिम बयान दर्ज करवा सकते हैं। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने बुधवार को बताया कि राहुल गांधी सुबह 10 बजे सूरत आकर 12:30 बजे लौट सकते हैं। वह यहां सिर्फ मुकदमे के सिलसिले में आएंगे। सूरत कांग्रेस के विधिक प्रकोष्ठ सदस्य फिरोज खान पठान ने बताया कि एक सप्ताह पहले सूरत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एएन दवे ने राहुल गांधी को 24 जून को अदालत में उपस्थित होकर अंतिम बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया था। सूरत से भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ अप्रैल 2019 में भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 499 व 500 के तहत मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। 13 अप्रैल, 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कथित तौर पर पूछा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी सभी का उपनाम मोदी है। सभी चोरों का उपनाम मोदी कैसे है? जब उन्होंने यह टिप्पणी की थी, तब वह कांग्रेस अध्यक्ष थे।
इधर, गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में भारी उलटफेर के संकेत नजर आ रहे हैं। पार्टी के दिग्गज नेता भावी रणनीति पर चर्चा करने को गांधीनगर में एकत्र हुए तथा अध्यक्ष एवं नेता विपक्ष पद के लिए लॉबिंग करने में जुटे हैं। गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष परेश धनाणी के सरकारी आवास पर कांग्रेस के कई दिग्गज नेता एकत्र हुए तथा पार्टी में आगामी दिनों में होने वाले परिवर्तन के मुद्दे पर चर्चा की। कांग्रेस आलाकमान जल्द ही गुजरात कांग्रेस के नए प्रभारी तथा प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेगा। इससे पहले वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी, नेता विपक्ष परेश धनाणी, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल, पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर, विधायक वीरजी ठुमर आदि नेता पार्टी में लॉबिंग करने में जुटे हैं।
इस बैठक में कांग्रेस ने महंगाई, स्कूल फीस तथा कोरोना महामारी को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन का भी एलान किया। कांग्रेस नेता कोरोना मारे गए लोगों के घर-घर जाकर परिजनों से मिल उनको सांत्वना देगी। कोरोना के बहाने कांग्रेस राज्य के लोगों में अपने प्रति विश्वास बढ़ाने का प्रयास करेगी। वहीं, महिला कांग्रेस महंगाई के खिलाफ आंदोलन छेड़ कर महिलाओं में पैठ बनाने की कोशिश करेगी। कोरोना काल में स्कूलों की फीस बड़ा मुद्दा बन गई है। एनएसयूआइ निजी स्कूलों की मनमानी फीस पर अंकुश लगाने के लिए आंदोलन करेगी। कांग्रेस अपने इस राज्यव्यापी आंदोलन के जरिए प्रदेश के लोगों में पार्टी की पैठ बढ़ाने का प्रयास करेगी लेकिन इससे पहले पार्टी खुद संगठनात्मक विसंगतताओं से जूझ रही है।