Defamation Case: मानहानि मामले में सूरत कोर्ट में पेश हुए राहुल गांधी, कहा-मैं कुछ नहीं जानता
Defamation Case मानहानि के मामले में सूरत कोर्ट में राहुल गांधी से पूछा तो गया तो उन्होंने कहा मैं कुछ नहीं जानता। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में अप्रैल 2019 को आयोजित एक एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम पर टिप्पणी की थी।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान मोदी सरनेम को लेकर दिए गए विवादित भाषण के चलते कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ सूरत में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस केस के दो नए गवाहों के बयान दर्ज होने के बाद राहुल को फिर अपने बयान दर्ज कराने को बुलाया गया था। इन गवाहों के बारे में शुक्रवार को सूरत कोर्ट में राहुल से पूछा तो गया तो उन्होंने कहा मैं कुछ नहीं जानता। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में अप्रैल, 2019 को आयोजित एक एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम पर टिप्पणी की थी। राहुल के इस को अपमानजनक बताते हुए मोढवणिक समाज गुजरात के अध्यक्ष व भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने अप्रैल, 2019 में भारतीय दंड संहिता की धारा 499 व 500 के तहत उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
शनिवार को भी होगी सुनवाई
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एएन दवे ने जब राहुल से इन दो नए गवाहों के बारे में पूछा तो राहुल ने इतना ही कहा कि वे कुछ नहीं जानते। इससे पहले गत 24 जून को भी राहुल अदालत के समक्ष पेश हुए थे, अदालत अन्य गवाहों को भी मान्य रखती है तो राहुल को फिर इस केस की सुनवाई में आना पड़ सकता है। मोदी के वकील ने स्थानीय अदालत से कोलार के चुनाव अधिकारी व वीडियोग्राफर को गवाह बनाने की अर्जी दी थी। इन दोनों के बयान दर्ज होने के बाद राहुल को भी बयान दर्ज कराने के लिए शुक्रवार को बुलाया गया था। मोदी के वकील ने शुक्रवार को एक और अर्जी देकर चुनावी रैली की वीडियो रिकाडिंग कर रही टीम के मुखिया चंद्रप्पा को भी गवाह बनाने की मांग की, जिस पर शनिवार को सुनवाई होगी। राहुल गांधी शनिवार को अदालत में हाजिर नहीं रहेंगे।
पूर्णेश मोदी ने कहा, भावनाओं को ठेस पहुंची
पूर्णेश मोदी ने इस बीच कहा कि राहुल के बयान से मोदी नाम, मोदी सरनेम, मोदी समाज व इनसे जुड़े लोगों का अपमान हुआ तथा उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। उनकी वकील ने एक और गवाह के बयान दर्ज करने की मांग रखी है। उन्होंंने बताया देश में मोढवणिक समाज के करीब 13 करोड़ लोग हैं, राहुल के बयान से मोदी समाज, मोदी नाम व सरनेम के सभी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। गुजरात की नई सरकार में पूर्णेश को पर्यटन व परिवहन मंत्री बनाया गया है। पूर्णेश मोदी ने कहा उन्हें अदालत की कार्रवाई पर पूरा भरोसा है।
रघु शर्मा व अमित चावड़ा बोले, राहुल को परेशान कर रही भाजपा
उधर, गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा है कि राहुल गांधी को परेशान करने के लिए भाजपा कानूनी कार्रवाई के हथकंडे अपना रही है, सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। शर्मा ने एक दिन पहले ही कहा था कि भाजपा नेता ने राहुल गांधी को हैरान परेशान करने के इरादे से उनके खिलाफ मुकदमा किया है। कांग्रेस ने कभी भी भाजपा नेताओं के खिलाफ ऐसे केस नहीं किए।
रघु शर्मा ने सीआर पाटिल पर की टिप्पणी
जरात कांग्रेस के प्रभारी व राजस्थान के कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल को डान बताया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सूरत के स्थानीय अदालत में हाजरी से पहले जिला कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा सरकार का पूरा ठेका तो सूरत के डान ने ले रखा है, भूपेंद्र पटेल को तो केवल पाटीदारोंं को खुश रखने के लिए मुख्यमंत्री बनाया है। कांग्रेस नेता शर्मा ने गुजरात में विजय रूपाणी की समूची सरकार बदले जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि गुजरात ने 2017 में पांच साल के लिए सरकार बनाई थी, चार साल तक मुख्यमंत्री विजय रूपाणी व उपमुख्मंत्री नितिन पटेल रहे, लेकिन जब भाजपा को लगा इन चेहरों से चुनाव नहीं जीत पाएंगे तो पूरी सरकार बदल ली। पाटीदारों को खुश करने के लिए पहली बार के विधायक भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया, लेकिन सरकार का पूरा ठेका तो सूरत के डान सीआर पाटिल ने ले रखा है। ऐसे हालात में गुजरात चलेगा तो ठीक नहीं होगा, सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश की 565 रियासतों का एकीकरण किया, उनकी धरती पर कांग्रेस इतनी कमजोर नहीं रह सकती। शर्मा ने कहा कि यहां गरीब आदमी नहीं है क्या, क्या सभी अमीर हैं। गुजरात में गरीब की ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं है, भाजपा को यह लगता है कि वह चुनाव जीतने वाली है इसलिए वह ध्यान नहीं देती। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में परिवर्तन जरूरी है। राहुल गांधी तानाशाह सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, हर स्वाभिमानी व्यक्ति को उनके साथ खड़ा होना है।