Gujarat Politics: गुजरात में सीएम के बाद सरकार का हुलिया बदलने की तैयारी, कांग्रेस से भाजपा में गए विधायकों पर सबकी नजर

Gujarat Politics भाजपा आलाकमान अब गुजरात में पूरी सरकार को ही बदलकर कुछ संकेत देने की कोशिश में है। अगर ऐसा होता है तो ये अपने आप में लीक से हटकर एक नई शुरुआत होगी। इससे पहले बीते शनिवार को विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 06:54 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 06:54 PM (IST)
Gujarat Politics: गुजरात में सीएम के बाद सरकार का हुलिया बदलने की तैयारी, कांग्रेस से भाजपा में गए विधायकों पर सबकी नजर
गुजरात में सीएम के बाद सरकार का हुलिया बदलने की तैयारी। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा गुजरात में मुख्यमंत्री बदलने के बाद अब पूरी सरकार का चेहरा बदलने की तैयारी में है। मंत्रियों को दफ्तर व आवास खाली करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय में कई साल से जमे अफसरों, मंत्रियों के कर्मचारियों को भी बदला जा रहा है। नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे होगा। गुजरात भाजपा की प्रयोगशाला है और पार्टी ने समय समय पर परंपरागत राजनीति से हटकर कई सफल प्रयोग भी किए हैं। भाजपा आलाकमान अब गुजरात में पूरी सरकार को ही बदलकर कुछ संकेत देने की कोशिश में है। अगर ऐसा होता है तो ये अपने आप में लीक से हटकर एक नई शुरुआत होगी। इससे पहले बीते शनिवार को विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सोमवार को भूपेंद्र पटेल की मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी के बाद से उनके मंत्रिमंडल को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। अब यह साफ हो चुका है कि रूपाणी सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों का उपयोग भाजपा अब चुनावी मैदान में करेगी। उनकी जगह मंत्रिमंडल में नये चेहरे शामिल होंगे।

भूपेंद्र यादव बना रहे नई सरकार की रूपरेखा

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव नई सरकार की रूपरेखा बना रहे हैं। इससे पहले वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं व प्रदेश अध्यक्ष पाटिल से भी अलग-अलग मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि उत्तर, दक्षिण व मध्य गुजरात और सौराष्ट्र-कच्छ से छह-छह विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। इनमें तीन महिलाएं भी होंगी। मंत्रिमंडल में पाटीदार, ओबीसी दलित अनुसूचित जनजाति के नेताओं को बराबर का मौका दिया जाएगा। बुधवार को नए मंत्रिमंडल को लेकर गांधीनगर में दिनभर गहमागहमी रही। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल से मिलने को विधायकों का तांता लगा रहा। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से भी उनकी सरकार के करीब छह मंत्री मिलने के लिए पहुंचे। दिन भर गांधीनगर में इस बात की चर्चा रही कि पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने किसी अज्ञात स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला से मुलाकात की, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।

मुख्यमंत्री कार्यालय में फेरबदल

नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारियों में फेरबदल किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त अतिरिक्त मुख्य सचिव एमके दास के स्थान पर अब पंकज जोशी को अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। गुजरात मैरिटाइम बोर्ड की उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवंतिका सिंह को मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव नियुक्त किया गया है। आइएएस डा.एम डी मोडिया व आइएएस एनएन दवे मुख्यमंत्री कार्यालय में आफिसर आन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) नियुक्त किए गए। ये दोनों अधिकारी आइएएस के एन शाह और आइएएस डीएच शाह का स्थान लेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर मंत्रियों के दफ्तरों में वर्षो से तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को उनके मूल विभागों में भेजा जा रहा है। सरकार के नए मुखिया के साथ काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी भी नए होंगे।

हाईकमान ने राष्ट्रीय संगठन सचिव के जरिये संदेश भेजा: विजय रूपाणी

पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि आलाकमान ने भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव के जरिये उन्हें इस्तीफे का संदेश भेजा था। यह फैसला पार्टी हित में ही लिया गया होगा। सत्ता हमारे लिए सेवा का साधन है।रूपाणी ने गत शनिवार को मुख्यमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। रूपाणी अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ विश्व पाटीदार समाज के सरदार धाम के उद्घाटन समारोह में गए थे, जिसके तुरंत बाद राज्यपाल आचार्य देवव्रत को इस्तीफा सौंप दिया था। गौरतलब है कि संगठन महासचिव बीएल संतोष ने शुक्रवार शाम को ही रूपाणी को यह इस्तीफा देने को कह दिया था। उनका मानना है कि इस्तीफा एक राजनीतिक घटनाक्रम है। राजनीति में अक्सर ऐसा होता रहता है। रूपाणी ने यह भी कहा कि वह एक संवेदनशील व्यक्ति हैं और व्यक्ति के लिए यह बहुत जरूरी है।

कांग्रेस से भाजपा में गए विधायकों पर सबकी नजर

रूपाणी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे कुंवरजी बावलिया, मंत्री जवाहर चावड़ा, मंत्री हकुभा जाडेजा समेत इनके साथ गत विधानसभा चुनाव के बाद दल-बदल कर कांग्रेस से भाजपा में आए विधायक बृजेश मेरजा, अक्षय पटेल, सीके राउलजी, प्रद्युम्न जाडेजा, जेवी काकड़िया, पूर्व विधायक राम सिंह परमार तेजश्री पटेल सहित एक दर्जन विधायकों पर सबकी नजरें टिकी हैं। मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार बदलने की संभावना के बीच अब अगले चुनाव में उनको भाजपा से टिकट मिलने पर भी प्रश्न चिह्न लग गया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी कहते हैं कि किसी की इमारत टूटने से कांग्रेस का घर नहीं बन सकता, उन्हें अपने पार्टी नेताओं पर भरोसा है।

chat bot
आपका साथी