रूपाणी के लिए आसान नहीं होगा अहमदाबाद का नाम बदलना

सोशल मीडिया पर अहमदाबाद शहर के नाम को बदलने के खिलाफ मुहिम शुरू हो गई है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 02:15 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 02:18 PM (IST)
रूपाणी के लिए आसान नहीं होगा अहमदाबाद का नाम बदलना
रूपाणी के लिए आसान नहीं होगा अहमदाबाद का नाम बदलना

अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। भाजपा शासित राज्यों में शहरों के नाम बदलने की होड़ लग गई है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और अयोध्या रखा तो गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अहमदाबाद का नाम बदलकर कर्णावती करने का एलान कर दिया। लेकिन रूपाणी की राह आसान नजर नहीं आ रही है। सोशल मीडिया पर अहमदाबाद शहर के नाम को बदलने के खिलाफ मुहिम शुरू हो गई है।

ऐतिहासिक धरोहरों में रुचि रखने वाले लोगों से लेकर फिल्म के कलाकार, निर्देशक और आम जनता ने शहर का नाम बदलने की योजना का विरोध किया है। नाम बदलने की योजना के खिलाफ सोशल मीडिया में मुहिम शुरू की गई है। इससे अब तक लगभग 11 हजार से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। लोगों का कहना है कि अहमदाबाद से उन्हें नाम और पहचान मिली है इसलिए वो इसे बदलने के खिलाफ हैं।

ऐतिहासिक धरोहरों के जानकार परम पंड्या का दावा है कि पाटण के राजा कर्णदेव ने कर्णावती अलग जमीन पर बसाया तथा बादशाह अहमद शाह ने अहमदाबाद अलग जमीन पर बसाया। बादशाह अहमद शाह ने 1411 में अहमदाबाद शहर को बसाया था।

लोगों का मूड भांपते हुए कांग्रेस ने भी नाम बदलने का विरोध शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा का कहना है कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए शहर का नाम बदलने का प्रयास कर रही है।

chat bot
आपका साथी