Agriculture bill 2020: किसान बिल को लेकर राजनीति गर्म, खाटला परिषद कर फायदे गिनाएगी भाजपा
गुजरात में आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं ऐसे में भाजपा व कांग्रेस किसानों को अपने-अपने पक्ष में करने में जुटे हैं। जिसके लिए भाजपा खाटला परिषद कर किसानों को केंद्र सरकार के किसान संबंधी विधेयकों के फायदे समझाएगी।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। केंद्र सरकार के किसान संबंधी विधेयकों को लेकर कांग्रेस ने जहां सोमवार को सड़क से लेकर राजभवन तक विरोध जताया वहीं भाजपा अब खाटला परिषद कर किसानों को इन विधेयकों के फायदे समझाएगी। विधानसभा उपचुनाव से पहले दोनों ही दल किसानों को अपने पक्ष में करने की जोर अजमाइश में हैं।
किसानों को अपने-अपने पक्ष में करने में जुटी भाजपा व कांग्रेस
गुजरात में विधानसभा की 8 सीटों लींबडी, अबडासा, गढडा, धारी, डांग, कपराडा, मोरबी व करजण सीट पर उपचुनाव होने हैं। ये सभी सीटें ग्रामीण इलाकों की है इसलिए भाजपा व कांग्रेस किसानों को अपने-अपने पक्ष में करने में जुटे हैं। केंद्र सरकार की ओर से हाल ही किसान व एपीएमसी संबंधी तीन विधेयक संसद से पारित किये जाने के बाद कांग्रेस इसके खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस ने सोमवार को गांधीनगर में प्रदर्शन कर राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन सौंपा।
कंपनी राज स्थापित करना चाहती है भाजपा
पार्टी अध्यक्ष अमित चावडा किसानों पर कंपनी राज थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के पहले ईस्ट इंडिया कंपनी थी अब एक बार फिर भाजपा देश में कंपनियों का राज स्थापित करना चाहती है। वहीं नेता विपक्ष नेता विपक्ष परेश धनाणी का कहना है कि कांग्रेस ने देश को आजाद कराने के बाद श्रमिकों को जमीन का मालिक बनाकर किसान बनाया लेकिन भाजपा सरकार अब किसानों को मजदूर बनाकर छोड़ देगी। भाजपा की कथनी व करनी में हमेशा फर्क होता है। केंद्र के नये बिल से किसान खत्म हो जाएंगे, न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा और वह कंपनियों के मोहताज हो जाएंगे।
किसानों को समझाने के लिए खाटला परिषद
गुजरात भाजपा ने उपचुनाव को लेकर गांधीनगर प्रदेश कार्यालय पर एक बैठक की जिसमें उपचुनाव वाली सीटों के प्रभारी मंत्री आदि नेता शामिल हुए। भाजपा किसान बिलों पर किसानों को समझाने के लिए अब खाटला परिषद करेगी। पार्टी के नेता गांव गांव जाएंगे तथा किसानों के साथ बैठकर इन विधेयकों का लाभ बताएंगे। पार्टी उपाध्यक्ष आई के जाडेजा ने कहा कि कांग्रेस किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है ताकि आगामी उपचुनावों में उसे राजनीतिक लाभ हो सके लेकिन भाजपा किसानों से सीधे संपर्क कर उन्हें इसके लाभ बताएगी।