Kappa Variant: गुजरात में कोरोना के कप्पा वैरिएंट के दस मामले सामने आए
Kappa Variant स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कप्पा वैरिएंट घातक साबित नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव मनोज अग्रवाल ने बताया कि देश के कोरोना संक्रमण वाले मरीजों में डेल्टा अल्फा बीटा व गामा वैरिएंट मिल रहे हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट तथा उससे उत्परिवर्तन कर बना नया वैरिएंट कप्पा पाया गया है। बनासकांठा में बीएसएफ कैंप के जवानों में डेल्टा वैरिएंट पाया गया। उधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कप्पा घातक साबित नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनेाज अग्रवाल मनोज अग्रवाल ने बताया कि देश के कोरोना संक्रमण वाले मरीजों में डेल्टा, अल्फा, बीटा व गामा वैरिएंट मिल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आइसीएमआर इन पर निगरानी बनाए हुए हैं। गुजरात में कोरोना के डेल्टा व कप्पा वैरिएंट की मौजूदगी पाई गई है। डेल्टा वैरिएंट से ही उत्परिवर्तन कर कप्पा वैरिएंट बना है। उन्होंने कहा कि कप्पा वैरिएंट अभी तक घातक सिद्ध नहीं हुआ है। अहमदाबाद व दो अन्य शहरों में कप्पा के दस केस सामने आए हैं, जबकि उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित सीमा सुरक्षा बल के कैंप में डेल्टा वैरिएंट के केस सामने आए हैं।
गुजरात में खुले स्कूल
कोरोना के मामले घटने के साथ ही राज्य सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला किया। सोमवार से राज्य में कक्षा नौ से 11वीं के छात्र-छात्राओं के लिए भी स्कूल खोल दिए। सरकार ने ऑफलाइन के साथ इन कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई भी यथावत रखने के निर्देश दिए हैं। कक्षा 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए नौ जुलाई से ही स्कूल खुल गए थे। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला किया गया। स्कूल संचालकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकतम 50 फीसद उपस्थिति के साथ ही स्कूलों का संचालन होगा। छात्र-छात्राओं का थर्मल गन से तापमान नापने, हाथ सैनिटाइजर कराने के साथ मास्क पहन कर आने वाले छात्रों को ही प्रवेश दिया गया। क्लास रूम में भी शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया गया। स्कूल आने वाले छात्र-छात्राओं को अभिभावक का सहमति पत्र लाना होगा। स्कूल में आने को ऐच्छिक रखा गया है। शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा ने बताया कि कोर कमेटी अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खोलने पर जल्द विचार करेगी।