Vibrant Gujarat Summit: वाइब्रेंट गुजरात समिट से पहले 14000 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर

Vibrant Gujarat Summit वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2022 के तहत सोमवार को यहां एक कार्यक्रम में गुजरात में 14000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश से जुड़े 12 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। सरकार ने कहा कि प्रस्तावित निवेश से 15000 नौकरियां पैदा होंगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 04:20 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 04:20 PM (IST)
Vibrant Gujarat Summit: वाइब्रेंट गुजरात समिट से पहले 14000 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल। फाइल फोटो

गांधीनगर, प्रेट्र। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2022 के तहत सोमवार को यहां एक कार्यक्रम में गुजरात में 14000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश से जुड़े 12 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। अगले साल 10-12 जनवरी को होने वाले वीजीजीएस से पहले यह दूसरा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाला कार्यक्रम था, जिसमें अब तक 38,188 करोड़ रुपये से अधिक के कुल प्रस्तावित निवेश को आकर्षित किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शिरकत की। राज्य सरकार के मुताबिक, मित्सु प्राइवेट लिमिटेड दक्षिण गुजरात के वापी में रसायन, फार्मास्यूटिकल्स, एपीआइ, कपड़ा, इंजीनियरिंग, प्लास्टिक, आदि के लिए मिश्रित औद्योगिक क्लस्टर के लिए 5,000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव आया।

सरकार ने कहा कि प्रस्तावित निवेश से 15000 नौकरियां पैदा होंगी। गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड ने दहेज जीआईडीसी में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी रसायनों और अन्य उत्पादों के लिए 2,000 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया है। इसी तरह आरती इंडस्ट्रीज ने केमिकल सेक्टर में 1,669.8 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया है। एशियन पेंट्स ने भरूच जिले के अंकलेश्वर में एक पेंट फैक्ट्री के लिए 1,114 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए। गुजरात सरकार के उद्योग विभाग के प्रधान सचिव राजीव गुप्ता ने उद्योग प्रतिनिधियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। राज्य सरकार ने वीजीजीएस के लिए प्रत्येक सोमवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 जनवरी को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में करेंगे।

गौरतलब है कि जनवरी, 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। वर्ल्ड बैंक की डूंइंग बिजनेस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले चार साल में भारत ने 65 क्रमांक की छलांग लगाई है। भारत अब क्षितिज व ऊर्ध्वाकार दिशा में विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने अगले वर्ष तक भारत को दुनिया के टाप 50 देशों की सूची में शामिल करने का भी संकल्प जताया। वाइब्रेंट गुजरात के मंच से पीएम मोदी ने जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, वहीं नए भारत के निर्माण के लिए अपने साथ देश व दुनिया के उद्यमियों को भी संकल्प दिलाया। मोदी ने यहां एफडीआइ, उज्जवला योजना, जीएसटी, हर घर बिजली योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि देश बदल रहा है। भारत को अगले साल तक दुनिया के टाप 50 देशों की सूची में लाने के लिए उन्होंने अपनी टीम को लगा दिया। 

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