Gujarat: ब्रेन डेड युवक के अंगदान से कई लोगों को मिली नई जिंदगी
Gujarat ब्रेन डेड युवक के अंगों के दान से छह लोगों को नई जिंदगी मिली है। 19 वर्षीय युवक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद अहमदाबाद सिविल अस्पताल में उसके परिजनों की सहमति से अंगदान किया गया।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात के अहमदाबाद सिविल अस्पताल में बिहार के एक ब्रेन डेड युवक के अंगों के दान से छह लोगों को नई जिंदगी मिली है। 19 वर्षीय युवक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद अहमदाबाद सिविल अस्पताल में उसके परिजनों की सहमति से अंगदान किया गया। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट राकेश जोषी ने बताया कि 19 वर्षीय दीपक अशोक राम प्रसाद मूल बिहार के शिवपुर जिले का रहने वाला था। उसका पूरा परिवार राजकोट में रहता है। बीते दिनों दीपक सड़क हादसे में घायल हो गया। उसे उपचार के लिए पहले राजकोट सिविल अस्पताल भर्ती कराया गया, लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं होने से अहमदाबाद सिविल अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
आठ नवंबर को उसे ब्रेन डेड घोषित किया गया। राकेश जोषी ने बताया कि परिजनों से अंगदान की सहमति मिलने के बाद युवक के दिल, फेफड़ा, किडनी और लिवर का दान किया गया। उन्होने बताया कि पिछले 10 महीने में अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 18 ब्रेन डेड लोगों के अंगदान से 50 लोगों का जीवन बचाया गया है। सिविल अस्पताल के लिए यह बड़ी उपलब्धि है।राकेश जोषी ने बताया कि लोगों में अंगदान के लिए जागरूकता का प्रयास किया जा रहा है और इसमें उल्लेखनीय सफलता मिली है।
गौरतलब है कि मई, 2021 में कोरोना वायरस से उबरे लोगों में म्यूकरमायोसिस रोग यानी काली फंगस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गुजरात सरकार ने अस्पतालों में विशेष वार्ड स्थापित किए थे। गुजरात में इस बीमारी कई मामले सामने आए थे। प्रदेश के कई लोगों इस बीमारी की चपेट में आ गए थे। मरीजों में अंधेपन के अलावा अन्य गंभीर लक्षण दिखे थे। वडोदरा, सूरत, राजकोट, भावनगर, जामनगर और कई अन्य जिलों में काली फंगस के मरीजों के लिए व्यवस्था की गई थी। इधर, अब प्रदेश में पहले के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण और मौतों के मामलों में भी काफी कमी आई है।