Bhupendra Patel: जानिए, कौन हैं भूपेंद्र पटेल, जिन्हें भाजपा ने बनाया गुजरात का नया सीएम
Bhupendra Patel गुजरात के एन सीएम भूपेंद्र पटेल की छवि एक कुशल प्रशासक की है। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। राजनीति में उन्हें अजातशत्रु माना जाता है। व्यवसाय से बिल्डर हैं तथा राज्य की कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा आलाकमान ने फिर सबको चौंकाते हुए गुजरात का ताज एक नए चेहरे भूपेंद्र पटेल के सिर पर रख दिया। सरल स्वभाव व मिलनसार भूपेंद्र पटेल को प्रदेश की राजनीति में अजातशत्रु के रूप में देखा जाता है। नए सीएम को लेकर दो दिन तक चली चर्चा में उनका दूर तक कहीं नाम नहीं था। सोमवार दोपहर राजभवन में वे गुजरात के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इधर, भूपेंद्र पटले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल आदि नेताओं का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि मुझ पर जो विश्वास जताया गया है, उसे टूटने नहीं दूंगा। सीएम पद के बारे में कभी विचार नहीं किया था भाजपा में ऐसी ही पद्धति है कि सब मिलकर अपना नेता चुनते हैं। नेता को भी पहले इसकी जानकारी नहीं होती है। गुजरात की विकास यात्रा को आगे बढ़ाना ही मेरी प्राथमिकता होगी तथा जिन लोगों तक सरकारी मदद व विकास नहीं पहुंच पाया होगा, उनका हित मेरी प्राथमिकता रहेगी।
कुशल प्रशासक हैं भूपेंद्र
भूपेंद्र पटेल की छवि एक कुशल प्रशासक की है। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। राजनीति में उन्हें अजातशत्रु माना जाता है। व्यवसाय से बिल्डर हैं तथा राज्य की कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं। हाल ही 200 करोड़ की लागत से बने सरदार धाम में तथा कड़वा पाटीदार समाज की प्रमुख संस्थाा विश्व उमिया फाउंडेशन में भी ट्रस्टी हैं। उन्होंने 2017 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा तथा गुजरात में सबसे अधिक एक लाख 17 हजार मतों से विजेता हुए। यह चुनाव उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की परंपरागत सीट घाटलोडिया से लड़ा, जो पाटीदार बाहुल्य सीट है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के लोकसभा क्षेत्र गांधीनगर में आती है। इससे पहले वर्ष 1999 में मेमनगर नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद थलतेज से पार्षद चुनकर 1995 में महानगर पालिका की स्थायी समिति, स्कूल बोर्ड के चेयरमैन भी रहे। 2015 में उन्हें अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण का चेयरमैन बनाया गया। अध्यात्म, सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहने वाले भूपेंद्र भाई विधायक दल की बैठक में शामिल होने से पहले घाटलोडिया में पौधारोपरण करके सीधे कमलम पहुंचे थे। उन्हें क्रिकेट व बैडमिंटन खेल प्रिय हैं।
भूपेंद्र पटेल दादा की प्रतिमा के आगे हुए नतमस्तक
गुजरात के भावी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राजभवन में सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश करने के बाद सीधे गुजरात की अध्यात्मिक संस्था दादा भगवान फाउंडेशन पहुंचे। यहां उन्होंने दादा भगवान की प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक हुए तथा नीरू मां के उत्तराधिकारी पूज्य दीपक भाई का आशीर्वाद लिया। भूपेंद्र भाई वर्षों से इस अध्यात्मिक संस्था से जुडे हैं। देश व दुनिया में इसके कई सत्संंग केंद्र हैं। गुजरात में सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक समारोह के साथ जरूरतमंदों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य व आवास सुविधाएं भी उपलब्ध कराते हैं। दुनिया में दादा भगवान के लाखों श्रद्धालु हैं। इसकी स्थापना सूरत के अंबालाल पटेल ने की, जो दादा भगवान के रूप में प्रचारित हुए। आत्मज्ञान के जरिए जीवन को सरल व सुखी बनाने का प्रचार ही इनका प्रमुख ध्येय है। देर रात भूपेंद्र पटेल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे तथा परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।
नितिन पटेल फिर मुख्यमंत्री की दौड़ में पिछड़ गए
गुजरात भाजपा विधायक दल की बैठक में भूपेंद्र पटेल का चयन सर्वसम्मति से किया गया। बैठक में भाजपा के सभी 103 विधायक मौजूद रहे। सोमवार को केवल मुख्यमंत्री शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल के सदस्यों को दो दिन बाद शपथ दिलाई जाएगी। पांच साल बाद फिर गुजरात की कमान पाटीदार नेता के हाथ आई है। निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल, प्रभारी व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री व पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद जोशी, केंद्र व राज्य के मंत्रियों सहित अन्य नेताओं के साथ शाम को ही राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल फिर मुख्यमंत्री की दौड़ में पिछड़ गए। 2016 में भी विजय रूपाणी को चुने जाने से पहले इस पद के लिए उनका नाम चला था।
लोगों के दिलों से कोई नहीं निकाल सकताः नितिन पटेल
गुजरात के मुख्यमंत्री पद के स्वाभाविक दावेदार माने जा रहे उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल दूसरी बार इस पद के करीब पहुंचकर पिछड़ गए। मेहसाणा में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर प्रगट करते हुए कहा कि मैं ही नहीं अच्छे-अच्छे लोग इस दौड़ में पिछड़ गए। उनका कहना है कि लोगों के दिलों से उनको कोई नहीं निकाल सकता। इससे पहले भाजपा कार्यालय से निकलते हुए भी उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि आज मुझे कुछ नहीं कहना है। रूपाणी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद भी नितिन पटेल नाराज हो गए थे। बाद में उन्हें वित्त मंत्रालय दिया गया, जिसके बाद सचिवालय अपने दफ्तर पहुंचे थे।
गांधीनगर में दिनभर रही गहमागहमी
गांधीनगर में प्रदेश भाजपा कार्यालय श्रीकमलम पर रविवार को दिन भर गहमागहमी रही। गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर हर वर्ग में उत्सुकता थी। बीते दो दिनों से एक दर्जन से अधिक नेताओं के नाम मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री पद के लिए चल रहे थे, लेकिन तमाम अटकलों को खारिज करते हुए भाजपा विधायक दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह की सहमति से भूपेंद्र पटेल के नाम पर मुहर लगा दी। भाजपा के लिए नए मुख्यमंत्री का चुनाव काफी टेढी खीर माना जा रहा था। एक ओर पाटीदार इस सीट पर अपना दावा जता रहे थे वहीं ओबीसी, आदिवासी तथा दलित समाज के नेता व समाज भी मुख्यमंत्री के पद पर दावा जता रहा था। केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर व प्रहलाद जोशी ने रविवार सुबह सबसे पहले प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी के सदस्यों से नए नेता के चयन को लेकर चर्चा की। निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ही विधायक भूपेंद्र पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा। विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से भूपेंद्र के नाम का समर्थन किया। रविवार दोपहर तक उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा रहा था। राजनीतिक गलियारों में ओबीसी, आदिवासी व दलित में से किसी भी दो समुदाय के उपमुख्यमंत्री बनाने की अटकलें थी, लेकिन भाजपा ने भूपेंद्र पटेल के मुख्यमंत्री के नाम का चयन कर सोमवार को उनकी ताजपोशी का फैसला किया है। आगामी दो दिनों में राजनीतिक घटनाक्रम व विविध समुदायों की प्रतिक्रिया को देखने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के साथ उपमुख्यमंत्री के पद पर विचार होगा।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि भूपेंद्र पटेल को गुजरात विधायक दल का नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व आपके नेतृत्व में प्रदेश की अनवरत विकास यात्रा को नई ऊर्जा व गति मिलेगी। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गुजरात के नामित मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को सोमवार दोपहर दो बजकर 20 मिनट पर शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया है। शपथ ग्रहण राजभवन में ही होगा तथा केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह इसमें विशेष अतिथि के रूप में मौजंद रहेंगे। भूपेंद्र पटेल ने रविवार शाम को ही राज्यपाल से मिलकर नई सरकार के गठन का प्रस्ताव पेश किया था। उनके साथ निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी,केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद जोशी, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव,केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रूपाला, केंद्रीय मंत्री दर्शना जरदोश, केंद्रीय मंत्री देवुसिंह चौहाण, मुख्य सचिव पंकज कुमार आदि थे। इधर, गुजरात के निवर्तमान उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल मुख्यमंत्री की दौड़ में भले ही पिछड़ गए, लेकिन जनता के प्रति जिम्मेदारी का वहन करना वे इस मौके पर भी नहीं भूले। भाजपा कार्यालय से निकलकर वे सीधे अपने विधानसभा क्षेत्र मेहसाणा पहुंचे। यहां उन्होंने एक हजार लीटर क्षमता के आक्सीजन प्लांट का उद्घााटन किया। गुजरात के नामित मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ राजभवन पहुंचे नेताओं में नितिन पटेल नहीं थे, इसलिए उनकी गैरमौजूदगी पर सबकी नजर थी।