Gujrat Politics: गांधी जयंती पर मेवाणी का कांग्रेस में प्रवेश, दलित चेहरे के रूप में आगे बढ़ाएगी पार्टी

कांग्रेस (Congress) गांधी जयंती (Gandhi Jyanti) के दिन गुजरात (Gujarat) के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) को पार्टी में शामिल कर सकती है। पंजाब में मुख्यमंत्री के रूप में दलित चेहरे को आगे लाने के बाद अब कांग्रेस की नजर जिग्नेश मेवाणी पर है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 10:37 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 10:37 AM (IST)
Gujrat Politics: गांधी जयंती पर मेवाणी का कांग्रेस में प्रवेश, दलित चेहरे के रूप में आगे बढ़ाएगी पार्टी
कांग्रेस की नजर गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी पर है।

अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। पंजाब में मुख्यमंत्री के रूप में दलित चेहरे को आगे करने के बाद कांग्रेस की नजर गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी पर है। गांधी जयंती के दिन मेवाणी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। गुजरात में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा जहां व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटी है वही कांग्रेस हाल गुजरात के पार्टी प्रभारी की नियुक्ति भी नहीं कर पाई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा एवं नेता विपक्ष परेश धनाणी ने भी गत फरवरी-मार्च में हुए पंचायत, पालिका चुनाव में करारी शिकस्त के बाद इस्तीफा दे दिया था। ‌

दो-चार दिन में प्रदेश प्रभारी की नियुक्ति

गुजरात में भाजपा आलाकमान की ओर से पूरी सरकार बदल देने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष सहित कुछ नेताओं को दिल्ली बुलाया था। हालांकि पंजाब में हुई सियासी उठापटक के चलते कांग्रेस आलाकमान गुजरात को लेकर कोई निर्णय नहीं कर पाया लेकिन अब माना जा रहा है कि पार्टी आगामी दो-चार दिन में प्रदेश प्रभारी की नियुक्ति कर देगी। आगामी 2 अक्टूबर को गुजरात के निर्दलीय एवं कांग्रेस समर्थित विधायक जिग्नेश मेवाणी के भी कांग्रेस में शामिल होने के संभावना है। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर को पार्टी में शामिल कर विधानसभा पहुंचाया लेकिन अल्पेश बाद में पार्टी को छोड़कर चले गये थे।

अल्पेश भी कांग्रेस का मन टटोल रहे हैं

मुख्यमंत्री पद के चेहरे की लड़ाई के चलते दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला भी कांग्रेस से अलग होकर नया मोर्चा बना लिया था। वाघेला अब बिना शर्त कांग्रेस में आने को तैयार हैं, बताया जाता है कि अल्पेश भी कांग्रेस का मन टटोल रहे हैं लेकिन कांग्रेस आलाकमान अब इन दोनों नेताओं को लेकर सख्त है। विधायक एवं दलित नेता जिग्नेश मेवानी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पसंद माने जाते हैं राहुल के ही कहने पर कांग्रेस ने पिछले चुनाव में जिग्नेश के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।

जिग्नेश की पहचान गुजरात के बाहर भी दलित एवं भाजपा विरोधी नेता की बनी हुई है। राजस्थान महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में जिग्नेश कांग्रेस के पक्ष में प्रचार भी कर चुके हैं कांग्रेस अब उन्हें पार्टी में शामिल कर एक नए दलित नेता के रूप में उभारने का प्रयास कर सकती है। गुजरात में जिग्नेश की भले सीमित उपयोगिता हो लेकिन गुजरात के बाहर वह कांग्रेस के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक शैलेश परमार का भी मानना है कि पार्टी के विषय में आलाकमान का फैसला अंतिम होगा लेकिन इन सबसे पहले प्रभारी की नियुक्ति होगी।

पीके की टीम गुजरात में

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की टीम के 30 से अधिक सदस्य गुजरात में कांग्रेस की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को अधिकारिक रूप से इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। पीके की रिपोर्ट पर पंजाब में सीएम का चेहरा बदले जाने की अटकलों के बीच प्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं की भी धड़कनें तेज हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल के निधन के बाद गुजरात कांग्रेस का सिरमौर बनने को उतावले कुछ नेताओं को पीके की सक्रियता खटक रही है। कुछ नेता लंबे समय से राहुल गांधी से मिलना चाहते हैं लेकिन राहुल अभी इन्हें टाल रहे हैं। माना जा रहा है कि पीके की रिपोर्ट गुजरात कांग्रेस में भी भारी उठापटक करा सकती है।

chat bot
आपका साथी