Gujarat: निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने विधानसभा के बाहर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बिल की कॉपी जलाई
Jignesh Mevani. जिग्नेश मेवाणी ने सरकार पर संविधान विरोधी काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में दलितों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं हो रही हैं लेकिन सरकार गंभीर नहीं है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Jignesh Mevani. गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के संबंध में लाए गए विधेयक को मंगलवार को विधानसभा के बाहर जलाकर अपना विरोध जताया। आदिवासियों के समर्थन में मेवाणी ने विधेयक का विरोध किया है। मेवाणी को सत्र के पहले ही दिन सदन से निलंबित कर दिया गया था।
गुजरात विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र के पहले दिन संविधान दिवस पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सदन को बता रहे थे कि गत 26 नवंबर को राज्य सरकार ने हर्ष व उल्लास के साथ संविधान दिवस मनाया।
इसी बीच, विधायक मेवाणी ने सरकार पर संविधान विरोधी काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में दलितों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है। मेवाणी ने कहा कि पूर्व में राज्य सरकार की ओर से सुरेंद्रनगर में संविधान की पुस्तक को हाथी पर रखकर संविधान यात्रा निकाली गई थी, लेकिन उसकी सुरेंद्रनगर के थानगढ़ में दलित युवकों को गोली मार दी गई थी। सरकार अब भी उन पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने पर गंभीर नहीं है।
मेवाणी ने उना कांड सहित दलित उत्पीड़न के कई मुद्दे उठाए तो सदन में असभ्य व्यवहार करने व वैल में घुसकर हंगामा करने पर विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि मेवाणी अपने व्यवहार के लिए माफी मांगते हैं तो उन्हें बाकी दिन सत्र की कार्यवाही में शामिल होने का मौका मिल सकता है, लेकिन मेवाणी ने माफी मांगने से इन्कार कर दिया।
मंगलवार को उन्होंने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी डेवलपमेंट बिल का विरोध कर रहे आदिवासियों के समर्थन में इस संबंध में विधानसभा में लाए गए बfल को जलाकर विरोध जताया। राज्य सरकार स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का विकास करने तथा अधिक से अधिक पर्यटकों आकर्षित करके लिए लिए एक विधेयक लाकर वहां के प्रशासन के लिए विधेयक पेश किया, जिसे निर्दलीय विधायक मेवाणी ने आदिवासी विरोधी बताते हुए जला दिया।
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