Gujarat: कोरोना वारियर्स के घर पहुंचाई जाएंगी जरूरी वस्तुएं
Gujarat आचार्य देवव्रत ने कहा कि कोरोना सेवायज्ञ के माध्यम से प्रदेश के उन एक लाख कोरोना वारियर्स तक आवश्यक वस्तुओं की किट पहुंचानी है जो दूरदराज इलाकों में रहकर कोरोना संक्रमितों की सेवा में जुटे हैं। उन लोगों को महसूस होना चाहिए कि समाज उनकी चिंता करता है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात के दूरदराज इलाकों में रहकर कोरोना संक्रमितों की सेवा में जुटे एक लाख कोरोना वारियर्स के घर तक जरूरी वस्तुओं की किट पहुंचाई जाएगी। राज्यपाल आचार्य देवव्रत व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राजभवन से 11 हजार किट के साथ पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। आचार्य देवव्रत ने कहा कि कोरोना सेवायज्ञ के माध्यम से प्रदेश के उन एक लाख कोरोना वारियर्स तक आवश्यक वस्तुओं की किट पहुंचानी है, जो दूरदराज इलाकों में रहकर कोरोना संक्रमितों की सेवा में जुटे हैं। उन लोगों को महसूस होना चाहिए कि समाज उनकी चिंता करता है। कोरोना सेवायज्ञ के जन अभियान की शुरुआत युवा अनस्टापेबल नामक गैरसरकारी संस्था की ओर से की गई है। राज्यपाल ने संस्था के संचालक अमिताभ शाह के इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि स्वकल्याण के लिए सब काम करते हैं। लेकिन अन्य लोगों की भलाई का काम करने वाला ही सच्चा मनुष्य है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि सरकार व्यथा नहीं व्यवस्था के मूलमंत्र के साथ काम कर रही है। जनभागीदारी से हम कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं, जिसमें अवश्य विजयी होंगे। रूपाणी ने बताया कि एक मई गुजरात स्थापना दिवस से 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को भी मुफ्त टीका लगाना शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रथम चरण में 10 जिले अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर, भावनगर, कच्छ, मेहसाणा व भरुच को चुना गया है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान के लिए सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशील्ड की दो करोड़ डोज तथा भारत बायोटेक को कोवैक्सीन की 50 लाख डोज का आर्डर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर जिले में आक्सीजन प्लांट लगाएगी। युवा अनस्टापेबल के संस्थापक अमिताभ शाह ने बताया कि वर्ग-चार के फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स की जरूरत को ध्यान में रखकर यह अभियान शुरू किया गया है। महामारी से निजात पाने तक यह अभियान जारी रहेगा।
16 ट्रक में सौराष्ट्र भेजा सामान
कोरोना वारियर्स के राशन की किट लेकर 16 ट्रक पहले चरण में सौराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों के लिए रवाना किए गए। इसमें आटा, चावल, तेल, दाल, नमक, चीनी, चाय व मसाले शामिल हैं। यह राशन चार लोगों के परिवार को दो से ढाई माह तक चल सकेगा। एक लाख फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स में नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सहायक कर्मचारी, वार्ड ब्वाय, लैब टेक्नीशियन, सेनिटेशन वर्कर्स तथा सफाईकर्मी शामिल हैं। महामारी के समाप्त होने तक यह राशन वितरण जारी रहेगा।